मराठवाड़ा का सर्वांगीण विकास हमारा लक्ष्य: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

मराठवाड़ा के सभी क्षेत्रों में समयबद्ध विकास ही सरकार का प्राथमिक लक्ष्य है: यह बात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम दिवस पर कही। उन्होंने कहा कि कृषि, परिवहन, उद्योग विकास, रोजगार सृजन और बुनियादी सुविधाओं के विकास जैसे सभी क्षेत्रों में मराठवाड़ा का कालबद्ध विकास करना सरकार का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के दौरान स्वामी रामानंद तीर्थ, गोविंदभाई श्रॉफ, दिगंबरराव बिंदू, रवी नारायण रेड्डी, देवीसिंह चौहान, भाऊसाहेब वैशंपायन, शंकरसिंह नाईक, विजयेंद्र काबरा, बाळासाहेब परांजपे जैसे कई नेताओं ने मराठवाड़ा मुक्ति संग्राम का नेतृत्व किया था।
मराठवाड़ा के विकास के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
- स्मृति स्मारक के लिए 100 करोड़ रुपये का निधि: मराठवाड़ा के स्वतंत्रता संग्राम की स्मृति को सहेजने के लिए छत्रपती संभाजीनगर में स्मृति स्मारक बनाने के लिए 100 करोड़ रुपये का निधि आवंटित किया गया है।
- नदी जोड़ परियोजना: मराठवाड़ा में सूखे की समस्या को दूर करने के लिए नदियों का पानी गोदावरी घाटी में लाने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की परियोजना पर काम चल रहा है।
- देवस्थानों के विकास के लिए 275 करोड़ रुपये: बीड जिल्ह्यातील श्री पांचाळेश्वर, पोहिचा देव, जालना जिल्ह्यातील जाळीचा देव और देवस्थानांच्या विकासासाठी 275 कोटी रुपयांचा निधी दिला गया है।
- महिला सशक्तिकरण: ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए 1076 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की गई है।
- दुग्ध विकास: मराठवाड़ा में दुग्ध विकास को बढ़ावा देने के लिए 149 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी गई है।
- औद्योगिक निवेश: शेंद्रा में ऑरिक सिटी में 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश वाला किर्लोस्कर-टोयोटा का इलेक्ट्रिक-हाइब्रिड कार प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है।
- अल्पसंख्यक कल्याण: अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति सीमा 50 हजार रुपये तक बढ़ा दी गई है।
- मुख्यमंत्री लाडकी बहीन योजना: इस योजना के तहत 1 करोड़ 60 हजार बहनों के खातों में दो किश्तें जमा की गई हैं।
मराठवाड़ा के विकास के लिए और भी कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शुरू की गई हैं:
- छत्रपती संभाजी नगर - गोदावरी काठावरच्या 200 देवस्थानांना जोडणारा सर्वज्ञ अष्टशताब्दी मार्ग - 234 कोटींची तरतूद
- जालना येथे रेशीम पार्क व प्रशिक्षण केंद्र स्थापन करणार- 25 कोटी.
- परभणी- गंगाखेड येथील संत जनाबाई तीर्थक्षेत्र विकास आराखड्याला मंजूरी दिलीय. त्यासाठी 50 कोटी.
- नांदेड जिल्ह्यातील श्रीक्षेत्र माहूरगड हे शक्तीपीठ.
याठिकाणच्या सुधारीत विकास आराखड्यास मान्यता दिलीय. नव्याने करावयाच्या व अत्यावश्यक कामांसाठी 829 कोटी 13 लाखांची मंजूरी. - हिंगोली जिल्ह्यातील श्रीक्षेत्र औंढा नागनाथ तीर्थक्षेत्र विकास आराखड्याच्या दुसऱ्या टप्प्यासाठी 45 कोटी 14 लाख.
- बीड जिल्ह्यातील परळी वैजनाथ येथील आयटीआयमधील अल्पसंख्याक तुकड्यांसाठी नवीन कार्यशाळा बांधण्यासाठी 15 कोटी
- धाराशिव मधील सोनारी भैरवनाथ देवस्थान, परांडा येथील विकास आराखड्यासाठी 186 कोटींना मंजूरी.
- लातूर जिल्ह्यातील मौजे धनेगाव व मौजे चाकूर येथील मुलींची शासकीय निवासी शाळा. या शाळांसाठी 50 कोटी.
एकूण 1434 कोटी रुपयांची विकासकामे.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मराठवाड़ा के सभी क्षेत्रों में समयबद्ध विकास करना सरकार का प्राथमिक लक्ष्य है और सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है।
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