मुंबई, ठाणे और कोंकण में भारी बारिश: रेड अलर्ट जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त

मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित किया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे जलभराव और यातायात बाधित हो गया है। (Heavy rains in Mumbai, Thane, and Konkan severely impact daily life. IMD issues a Red Alert for several areas, leading to waterlogging and traffic disruption.)

Jul 15, 2025 - 20:54
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मुंबई, ठाणे और कोंकण में भारी बारिश: रेड अलर्ट जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
मुंबई, ठाणे और कोंकण में मूसलाधार बारिश का कहर: IMD का रेड अलर्ट, जनजीवन बुरी तरह प्रभावित

मुंबई: महाराष्ट्र की आर्थिक राजधानी मुंबई और उसके पड़ोसी क्षेत्रों ठाणे व कोंकण में पिछले 24 घंटों से जारी मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कोंकण के कई जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जबकि मुंबई और ठाणे के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी रखा गया है। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण शहर के कई निचले इलाकों में व्यापक जलभराव हो गया है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है और दैनिक आवागमन प्रभावित हुआ है।

मंगलवार, 15 जुलाई 2025 को सुबह से ही मुंबई और उसके उपनगरों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। अंधेरी, जोगेश्वरी, गोरेगांव, मलाड, कांदिवली, बोरीवली जैसे पश्चिमी उपनगरों के साथ-साथ सायन, दादर, हिंदमाता, कुर्ला, चेंबूर, घाटकोपर और भांडुप जैसे मध्य व पूर्वी उपनगरों में सड़कों पर पानी भर गया है। इससे पैदल चलने वालों और वाहन चालकों, दोनों को ही भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बारिश की तीव्रता और प्रभावित क्षेत्र

आईएमडी के अनुसार, कोंकण क्षेत्र, जिसमें पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जैसे जिले शामिल हैं, में 'बहुत भारी' से 'अत्यधिक भारी' बारिश की संभावना है, जिसके लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, मुंबई और ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है।

सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं, और अंधेरी जैसे प्रमुख सबवे को जलभराव के कारण बंद करना पड़ा है, जिससे वैकल्पिक मार्गों पर भारी दबाव बढ़ गया है। नवी मुंबई के कई इलाकों में भी सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे वाहन फंसे हुए हैं और लोगों को आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं।

जनजीवन पर व्यापक प्रभाव

मूसलाधार बारिश का सबसे बड़ा असर मुंबई की 'जीवनरेखा' कही जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाओं पर पड़ा है। सेंट्रल, वेस्टर्न और हार्बर तीनों लाइनों पर लोकल ट्रेनें औसतन 10 से 25 मिनट की देरी से चल रही हैं। यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में सामान्य से अधिक समय लग रहा है। कई स्टेशनों पर भारी भीड़ देखी जा रही है, क्योंकि लोग बारिश से बचने और ट्रेन का इंतजार करने के लिए शेल्टर में जमा हो गए हैं।

हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है। कम दृश्यता और लगातार बारिश के कारण कई उड़ानों के शेड्यूल में बदलाव आया है या वे देरी से चल रही हैं। एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे एयरपोर्ट जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति की जांच कर लें।

शहर में सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई है। निचले इलाकों में जलभराव के कारण कई जगह ट्रैफिक जाम लग गया है। ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों को भी पानी से भरी सड़कों पर गाड़ी चलाने में दिक्कत आ रही है, जिससे यात्रियों को समय पर पहुँचने में मुश्किल हो रही है। बारिश के कारण शहर भर में पेड़ गिरने की भी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिससे बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है और कुछ स्थानों पर यातायात मार्ग अवरुद्ध हुए हैं।

प्रशासनिक तैयारियां और नागरिकों के लिए सलाह

बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) और राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है। बीएमसी ने अपने कंट्रोल रूम को 24 घंटे सक्रिय कर दिया है, जहां से जलभराव और किसी भी आपात स्थिति की निगरानी की जा रही है। आपदा प्रतिक्रिया टीमों को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अत्यंत आवश्यक होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें। उन्हें जलभराव वाले इलाकों और विशेष रूप से समुद्री तटों से दूर रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि ऊंची लहरें उठने की संभावना है। मुंबई पुलिस ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों को सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देश जारी किए हैं और उन्हें किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करने को कहा है।

इसके अलावा, बीएमसी और म्हाडा (MHADA) ने शहर में 96 जर्जर इमारतों की पहचान की है, जिन्हें मानसून के दौरान खतरनाक घोषित किया गया है। इन इमारतों में रहने वाले लगभग 3100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके। यह कदम उन जोखिमों को कम करने के लिए आवश्यक है जो भारी बारिश के कारण पुरानी और कमजोर संरचनाओं को हो सकते हैं।

आगे का पूर्वानुमान और चुनौतियाँ

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों के दौरान भी मुंबई, ठाणे और कोंकण क्षेत्र में भारी बारिश जारी रहने का अनुमान जताया है। यह पूर्वानुमान अधिकारियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करता है, क्योंकि उन्हें लगातार बदलते मौसम की स्थिति में जनजीवन को सामान्य बनाए रखने के लिए तैयार रहना होगा।

लगातार बारिश के कारण नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने का खतरा भी बना हुआ है, विशेषकर निचले इलाकों में। शहरी नियोजन और जल निकासी प्रणालियों को मजबूत करना मुंबई और अन्य तटीय शहरों के लिए एक दीर्घकालिक चुनौती बनी हुई है, जहां हर साल मानसून के दौरान ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है।