शिवसेना मंत्री कैश बैग विवाद
महाराष्ट्र में शिवसेना मंत्री संजय शिरसाट का 'कैश बैग' वीडियो वायरल। संजय राउत ने साधा निशाना। मंत्री ने बैग में कपड़े होने का दावा किया। आयकर नोटिस के बाद बढ़ी मुश्किलें। (Shiv Sena Minister Sanjay Shirsat's 'cash bag' video goes viral in Maharashtra. Sanjay Raut criticized. Minister claims bag contained only clothes. Troubles mount after Income Tax notice.)

मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा हंगामा खड़ा हो गया है। शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) के मंत्री संजय शिरसाट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें कथित तौर पर नोटों की गड्डियों से भरे एक बैग के साथ दिखाया गया है। यह वीडियो सामने आने के बाद विपक्ष ने सत्तारूढ़ दल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं, जिससे राज्य का राजनीतिक माहौल गरमा गया है। हालांकि, मंत्री संजय शिरसाट ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया है कि बैग में केवल कपड़े थे, न कि पैसा।
यह पूरा विवाद उस समय और गहरा गया है जब वायरल वीडियो सामने आने से ठीक एक दिन पहले शिरसाट को अपनी संपत्ति में भारी वृद्धि के संबंध में आयकर विभाग (Income Tax Department) का नोटिस मिला था। इस घटनाक्रम ने महाराष्ट्र में शिंदे-फडणवीस सरकार को बैकफुट पर ला दिया है।
वीडियो का विवरण और विपक्ष के आरोप
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में, सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट अपने बेडरूम में बैठे दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में उनके बगल में एक बैग दिखाई दे रहा है, जिसका एक हिस्सा खुला हुआ है और उसमें कथित तौर पर नकदी के बंडल दिख रहे हैं।
इस वीडियो को सबसे पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (X) पर साझा किया था। राउत ने वीडियो के साथ तंज कसते हुए टिप्पणी की और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, "मुझे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर दया आती है! वह और कितनी बार अपनी प्रतिष्ठा को तार-तार होते देखेंगे? लाचारी का दूसरा नाम फडणवीस है!" राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी इस 'रोमांचक' वीडियो पर ध्यान देने की अपील की।
शिवसेना (यूबीटी) के एक और प्रमुख नेता आदित्य ठाकरे ने भी इस मामले को लेकर शिरसाट की कड़ी आलोचना की। ठाकरे ने भ्रष्टाचार के संदर्भ में अक्सर इस्तेमाल होने वाले मराठी शब्द "खोखे" (नकदी के बक्से) का जिक्र करते हुए पूछा कि यह पैसा कहां से आया। उन्होंने आयकर विभाग और मुख्यमंत्री से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
आयकर नोटिस और संपत्ति में वृद्धि
इस वीडियो का वायरल होना इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संजय शिरसाट को आयकर विभाग का नोटिस मिलने के एक दिन बाद सामने आया है। आयकर विभाग ने शिरसाट से उनकी घोषित संपत्ति में हुई नाटकीय वृद्धि का स्पष्टीकरण मांगा है। 2019 और 2024 के विधानसभा चुनावों के बीच, शिरसाट की संपत्ति कथित तौर पर 3.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 35 करोड़ रुपये हो गई है।
शिरसाट ने स्वीकार किया है कि उन्हें नोटिस मिला है और उन्होंने जवाब दाखिल करने के लिए अधिक समय मांगा है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह विभाग के साथ सहयोग करेंगे। हालांकि, वीडियो और आयकर नोटिस का एक साथ आना विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक मजबूत मौका दे रहा है। विपक्षी दलों का आरोप है कि यह वीडियो कथित भ्रष्टाचार का स्पष्ट प्रमाण है।
मंत्री का बचाव और 'साजिश' का आरोप
अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब में, मंत्री संजय शिरसाट ने वीडियो को 'साजिश' का हिस्सा बताते हुए इसे खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में दिखाया गया घर उनका अपना बेडरूम है, और वह यात्रा से वापस आए थे।
शिरसाट ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "वीडियो में दिख रहा घर मेरा ही है। यह मेरा बेडरूम है, जहां मैं बैठा हूं। मेरा पालतू कुत्ता और एक बैग भी दिख रहे हैं। इसका मतलब यह है कि मैं अभी-अभी यात्रा से लौटा हूं और मैंने अपने कपड़े निकाले हैं। अगर मेरे पास इतना बड़ा बैग पैसा होता, तो क्या मेरे पास अलमारी (cupboard) की कमी है?"
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी कपड़े के बैग में भी नकदी देख रहे हैं। "अगर पैसे होते, तो मैं उन्हें अलमारी में रखता। बैग में सिर्फ कपड़े थे।" उन्होंने यह भी दावा किया कि यह एक "सुनियोजित साजिश" है और उन्हें बदनाम करने के लिए किसी ने वीडियो बनाया है। शिरसाट ने कहा कि इस तरह के दावे उनके राजनीतिक करियर को प्रभावित नहीं करेंगे।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और महाराष्ट्र की राजनीति पर प्रभाव
यह घटना महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के बीच चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को और तेज करती है। संजय राउत और आदित्य ठाकरे जैसे नेताओं के लगातार हमलों ने शिंदे सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
यह विवाद ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र विधानसभा का सत्र चल रहा है, जिससे विपक्षी दलों को सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने का मौका मिल रहा है। विपक्ष का दावा है कि सत्तारूढ़ गठबंधन भ्रष्टाचार पर आंखें मूंद रहा है।
संजय शिरसाट पर लगे ये आरोप महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ी बहस का विषय बन गए हैं। जहां एक ओर शिरसाट अपने बचाव में तर्क दे रहे हैं, वहीं विपक्ष इन आरोपों की गहन जांच की मांग कर रहा है। यह देखना बाकी है कि क्या सरकार इस मामले में कोई आधिकारिक जांच शुरू करती है या नहीं। इस घटना ने सत्तारूढ़ गठबंधन की छवि को नुकसान पहुंचाया है और महाराष्ट्र की राजनीति में विश्वास के संकट को और गहरा कर दिया है।