हज 2026: महाराष्ट्र से 12 हजार से अधिक तीर्थयात्री चयनित, 17 हजार प्रतीक्षा सूची में
हज 2026 के लिए महाराष्ट्र से हज यात्रियों का चयन 'कुर्राह' (लॉटरी) प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। इस वर्ष, 12,443 तीर्थयात्रियों को हज यात्रा के लिए चुना गया है, जबकि 17,443 आवेदक प्रतीक्षा सूची में हैं। यह लेख चयन प्रक्रिया, आवश्यक भुगतान और यात्रा से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों पर प्रकाश डालता है।

पवित्र हज यात्रा 2026 के लिए भारतीय हज समिति ने हज यात्रियों के चयन की प्रक्रिया 'कुर्राह' (कंप्यूटराइज्ड लॉटरी) के माध्यम से पूरी कर ली है। यह लॉटरी 13 अगस्त, 2025 को मुंबई के हज हाउस में आयोजित की गई थी और इसका सीधा प्रसारण ऑनलाइन किया गया। इस प्रक्रिया के तहत, महाराष्ट्र से कुल 12,443 तीर्थयात्रियों को हज यात्रा के लिए अनंतिम रूप से (provisionaly) चयनित किया गया है। वहीं, 17,443 आवेदकों को प्रतीक्षा सूची (waiting list) में रखा गया है।
महाराष्ट्र के लिए कोटा और आवेदकों की संख्या
महाराष्ट्र राज्य को हज 2026 के लिए 12,467 सीटों का कोटा आवंटित किया गया था। जबकि चयनित तीर्थयात्रियों की संख्या 12,443 है, जो लगभग पूरे कोटे का प्रतिनिधित्व करती है। प्रतीक्षा सूची में शामिल लोगों को तब मौका मिल सकता है जब कोई चयनित तीर्थयात्री अपनी हज राशि समय पर जमा नहीं कर पाता है, या किसी अन्य कारण से उसका आवेदन रद्द हो जाता है। छत्रपति संभाजीनगर (औरंगाबाद) से 833 तीर्थयात्रियों का चयन हुआ है, जबकि 1,289 आवेदक प्रतीक्षा सूची में हैं।
चयनित तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण निर्देश
भारतीय हज समिति ने सभी चयनित तीर्थयात्रियों को कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं:
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प्रथम किस्त जमा करना: चयनित तीर्थयात्रियों को प्रति व्यक्ति ₹1,52,300 की अग्रिम हज राशि (advance payment) 20 अगस्त, 2025 तक जमा करनी होगी।
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दस्तावेज जमा करना: इस भुगतान के साथ, उन्हें अपने मूल पासपोर्ट, आवेदन पत्र की स्व-सत्यापित प्रतियां (self-attested copies), शपथ पत्र (undertaking) और चिकित्सा जांच प्रमाण पत्र (medical screening certificate) भी मुंबई में महाराष्ट्र राज्य हज समिति कार्यालय में जमा कराने होंगे।
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समय सीमा का पालन: यदि कोई तीर्थयात्री निर्धारित समय सीमा के भीतर यह राशि जमा नहीं करता है, तो उसका चयन रद्द कर दिया जाएगा।
कुर्राह प्रक्रिया का महत्व
'कुर्राह' प्रक्रिया तब आयोजित की जाती है जब हज यात्रा के लिए प्राप्त आवेदनों की संख्या देश को आवंटित हज कोटे से अधिक हो जाती है। यह एक पारदर्शी और निष्पक्ष तरीका है जिससे सभी योग्य आवेदकों को समान अवसर मिलता है। इस साल, हज यात्रा के लिए पूरे भारत से कुल 1,94,007 आवेदन प्राप्त हुए थे, जबकि भारत का कुल कोटा 1,75,025 तीर्थयात्रियों का है, जिसमें से 70% हज कमेटी के माध्यम से जाते हैं।
प्रतीक्षा सूची और आगे की प्रक्रिया
प्रतीक्षा सूची में शामिल आवेदकों को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। हज समिति द्वारा 20 अगस्त, 2025 के बाद एक अलग प्रतीक्षा सूची जारी की जाएगी, जिसमें उन लोगों के नाम शामिल होंगे जिन्हें चयनित तीर्थयात्रियों द्वारा अपनी हज राशि जमा न करने के कारण खाली हुई सीटों पर मौका मिलेगा।