250 करोड़ का ड्रग मामला: श्रद्धा कपूर और भाई सिद्धांत का नाम आया सामने, पुलिस जांच तेज
250 करोड़ रुपये के ड्रग मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर और उनके भाई सिद्धांत कपूर का नाम सामने आया है। सिद्धांत कपूर ने मुंबई पुलिस की एंटी-नार्कोटिक्स सेल के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया है। जानिए इस हाई-प्रोफाइल मामले के हर पहलू के बारे में।
मुंबई की चकाचौंध भरी दुनिया एक बार फिर नशे के काले साये में घिरती नजर आ रही है। बॉलीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर (Shraddha Kapoor) और उनके भाई सिद्धांत कपूर (Siddhant Kapoor) का नाम 250 करोड़ रुपये के एक बड़े ड्रग मामले में सामने आया है, जिसने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में हड़कंप मचा दिया है। मंगलवार को सिद्धांत कपूर मुंबई पुलिस की एंटी-नार्कोटिक्स सेल (ANC) के घाटकोपर यूनिट के सामने पेश हुए और अपना बयान दर्ज कराया।
यह मामला केवल एक पूछताछ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके तार अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट, अंडरवर्ल्ड और हाई-प्रोफाइल रेव पार्टियों से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। आइए इस मामले की गहराई में जाते हैं और समझते हैं कि आखिर यह पूरा विवाद क्या है और इसमें बॉलीवुड के बड़े नाम कैसे सामने आए।
मामले की शुरुआत: 250 करोड़ की ड्रग्स और सांगली कनेक्शन
इस पूरे मामले की जड़ें मार्च 2024 में हुई एक बड़ी कार्रवाई से जुड़ी हैं। मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र के सांगली (Sangli) जिले में एक ड्रग मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का भंडाफोड़ किया था। वहां से पुलिस ने लगभग 122 किलोग्राम मेफेड्रोन (MD) ड्रग्स जब्त की थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 252 करोड़ रुपये आंकी गई थी।
यह एक बड़ी सफलता थी, लेकिन पुलिस को तब अंदाजा नहीं था कि इस जांच की आंच बॉलीवुड के गलियारों तक पहुंच जाएगी। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि यह सिंडिकेट केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं था, बल्कि इसके तार गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और राजस्थान तक फैले हुए थे।
दुबई से डिपोर्ट हुआ 'लविश': खुलासों का दौर
मामले में नया मोड़ तब आया जब पुलिस ने इस सिंडिकेट के एक मुख्य आरोपी मोहम्मद सलीम शेख उर्फ 'लविश' (Lavish) को गिरफ्तार किया। लविश को हाल ही में दुबई से भारत डिपोर्ट किया गया था। वह अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के करीबी माने जाने वाले ड्रग माफिया सलीम डोला का राइट हैंड बताया जाता है।
पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान लविश ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने दावा किया कि उसने भारत और विदेश (खासकर दुबई) में कई रेव पार्टियां (Rave Parties) आयोजित की थीं। इन पार्टियों में बॉलीवुड के कई सितारे, फैशन इन्फ्लुएंसर्स और हाई-प्रोफाइल लोग शामिल होते थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लविश ने ही पूछताछ में श्रद्धा कपूर, उनके भाई सिद्धांत कपूर और सोशल मीडिया सेंसेशन ओरी (Orry) उर्फ ओहान अवात्रमणि का नाम लिया। लविश का कहना है कि ये हस्तियां उन पार्टियों में मौजूद थीं जहां ड्रग्स की सप्लाई की गई थी।
सिद्धांत कपूर की पेशी और पुलिस के सवाल
लविश के बयानों के आधार पर मुंबई पुलिस की एंटी-नार्कोटिक्स सेल ने सिद्धांत कपूर को समन भेजा। मंगलवार सुबह सिद्धांत घाटकोपर स्थित एएनसी कार्यालय पहुंचे। वहां जांच अधिकारियों ने उनसे कई घंटों तक पूछताछ की।
पुलिस यह सत्यापित करने की कोशिश कर रही है कि:
-
क्या सिद्धांत कपूर वास्तव में उन पार्टियों में शामिल थे जिनका जिक्र लविश ने किया है?
-
क्या उनका लविश या इस सिंडिकेट के किसी अन्य सदस्य से कोई सीधा संपर्क था?
-
क्या इन पार्टियों में ड्रग्स का सेवन या लेन-देन हुआ था?
सिद्धांत कपूर के लिए यह पहला मौका नहीं है जब वह ड्रग्स से जुड़े विवाद में फंसे हैं। इससे पहले 2022 में, बेंगलुरु पुलिस ने एक पार्टी में छापा मारा था जहां सिद्धांत को हिरासत में लिया गया था। उस समय मेडिकल टेस्ट में उनके ड्रग्स लेने की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। पुराना रिकॉर्ड होने के कारण पुलिस इस बार उनकी भूमिका की गहनता से जांच कर रही है।
श्रद्धा कपूर और ओरी पर भी लटकी तलवार
सिर्फ सिद्धांत ही नहीं, बल्कि उनकी बहन और मशहूर अभिनेत्री श्रद्धा कपूर का नाम भी इस विवाद में आया है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि श्रद्धा ने पुलिस के सामने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है या नहीं, लेकिन लविश के बयानों ने उन्हें जांच के दायरे में ला खड़ा किया है।
वहीं, सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरों और अनोखे अंदाज के लिए मशहूर ओरी (Orry) को भी पुलिस ने समन भेजा था। ओरी ने शहर से बाहर होने का हवाला देते हुए पेश होने के लिए समय मांगा था। अब उम्मीद है कि वह बुधवार को पुलिस के सामने पेश होंगे। ओरी का नाम हाल ही में जम्मू-कश्मीर के कटरा में एक होटल में शराब पीने के आरोप में दर्ज एफआईआर में भी आया था, जो दिखाता है कि वह भी कानून के रडार पर हैं।
अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड का पुराना रिश्ता?
इस मामले में दाऊद इब्राहिम के कनेक्शन ने इसे और भी गंभीर बना दिया है। लविश, जो इस सिंडिकेट का अहम हिस्सा है, कथित तौर पर सलीम डोला के लिए काम करता था। पुलिस को शक है कि ड्रग्स के इस धंधे से होने वाली कमाई का इस्तेमाल टेरर फंडिंग या अन्य अवैध गतिविधियों में किया जा सकता है।
जांच में यह भी बात सामने आई है कि लविश ने न केवल ड्रग्स की सप्लाई की, बल्कि वह ड्रग्स बनाने के लिए कच्चा माल (Raw Material) भी उपलब्ध कराता था। यह सिंडिकेट लग्जरी कारों और हाई-प्रोफाइल पार्टियों की आड़ में अपना धंधा चला रहा था।
आगे क्या होगा?
मुंबई पुलिस फिलहाल लविश के दावों की पुष्टि कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी किसी को आरोपी नहीं बनाया गया है। यह प्रक्रिया केवल बयानों के सत्यापन (Verification) के लिए है।
-
डिजिटल सबूत: पुलिस संदिग्धों के कॉल रिकॉर्ड्स, लोकेशन डेटा और सोशल मीडिया चैट खंगाल रही है।
-
गवाहों के बयान: पार्टी में मौजूद अन्य लोगों और होटल स्टाफ से भी पूछताछ की जा सकती है।
-
वित्तीय जांच: क्या इन सितारों और ड्रग पेडलर्स के बीच कोई वित्तीय लेन-देन हुआ था, इसकी भी जांच की जाएगी।
यदि सबूत मिलते हैं, तो इन सितारों की मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं। एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत ड्रग्स का सेवन, उसे अपने पास रखना या उसके व्यापार में शामिल होना एक गंभीर अपराध है।
बॉलीवुड की साख पर सवाल
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड और ड्रग्स का मुद्दा लगातार सुर्खियों में रहा है। रिया चक्रवर्ती से लेकर आर्यन खान और अब श्रद्धा व सिद्धांत कपूर—एक के बाद एक नाम सामने आने से इंडस्ट्री की छवि को गहरा धक्का लगा है। प्रशंसक अपने चहेते सितारों को इस तरह के विवादों में देखकर निराश हैं।
क्या यह केवल आरोप हैं या इनके पीछे कोई गहरी सच्चाई है, यह तो जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा। लेकिन इतना तय है कि 250 करोड़ के इस ड्रग मामले ने एक बार फिर बॉलीवुड के छिपे हुए राज और काले सच को चर्चा के केंद्र में ला दिया है।
इस मामले में आने वाले दिन बेहद अहम होंगे। क्या और भी बड़े नाम सामने आएंगे? क्या पुलिस को ठोस सबूत मिलेंगे? इन सवालों के जवाब का इंतजार हर किसी को है।
Orry Under Scanner: Mumbai Police Probes ₹252-Crore Drug Network | NewsX
यह वीडियो प्रासंगिक है क्योंकि यह 252 करोड़ रुपये के ड्रग मामले में ओरी (Orry) और अन्य हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की मुंबई पुलिस द्वारा की जा रही जांच और समन के बारे में विस्तृत समाचार कवरेज प्रदान करता है, जो लेख का एक मुख्य विषय है।