नेपाल में जनरेशन Z का विरोध: 'खून बहाना हमारे भविष्य के लिए अच्छा है'

नेपाल में 'जनरेशन Z' के विरोध प्रदर्शनों ने सरकार को हिला दिया है। सोशल मीडिया बैन से शुरू हुआ यह आंदोलन अब व्यापक मुद्दों को लेकर सरकार के पतन का कारण बन गया है। यह लेख आंदोलन की मांगों, कारणों और युवाओं की हताशा पर आधारित है।

Sep 10, 2025 - 21:15
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नेपाल में जनरेशन Z का विरोध: 'खून बहाना हमारे भविष्य के लिए अच्छा है'
नेपाल में 'जनरेशन Z' का शक्ति प्रदर्शन: राजनीतिक भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ विद्रोह

नेपाल में हाल के महीनों में एक अभूतपूर्व राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली है, जिसका केंद्र देश की युवा पीढ़ी, यानी 'जनरेशन Z' है। इन युवाओं के विरोध प्रदर्शनों ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार को गिरा दिया है। यह आंदोलन, जो शुरू में एक सोशल मीडिया बैन के खिलाफ था, जल्द ही देश में व्याप्त दशकों के राजनीतिक भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और अवसरों की कमी जैसे गहरे मुद्दों के खिलाफ एक व्यापक विद्रोह में बदल गया।

प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को "गैर-समझौता योग्य" करार दिया है। उनकी मुख्य मांगों में संसद को भंग करना, सभी सांसदों का सामूहिक इस्तीफा, और पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने का आदेश देने वाले अधिकारियों को निलंबित करना शामिल है। वे एक "अच्छे नेता" और "बदलाव" लाने के लिए नए चुनावों और राष्ट्रपति भवन के साथ बातचीत की भी मांग कर रहे हैं। इन विरोध प्रदर्शनों के पीछे की हताशा सिर्फ सोशल मीडिया पर प्रतिबंध से कहीं ज्यादा गहरी है। नेपाल की लगभग 43% आबादी 16 से 40 वर्ष के बीच है, लेकिन देश में रोजगार के सीमित अवसरों के कारण, हर दिन लगभग 2,000 युवा नेपाली विदेश में काम की तलाश में देश छोड़ रहे हैं। इस पलायन ने युवाओं में गहरी निराशा पैदा की है, जो उन्हें अपने ही देश में भविष्य की कोई उम्मीद नहीं देता।

इस गुस्से को तब और हवा मिली जब सोशल मीडिया पर राजनेताओं के बच्चों की शानदार जीवनशैली के वीडियो वायरल हुए। इन वीडियो ने शासक वर्ग और आम जनता के संघर्ष के बीच की खाई को उजागर कर दिया, जिससे युवाओं का गुस्सा और भड़क गया।

पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने, जिन्होंने शुरुआत में प्रदर्शनकारियों की अनदेखी की थी, उनका इस्तीफा भी युवाओं के गुस्से को शांत नहीं कर पाया। इसका कारण यह है कि उनका गुस्सा किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे राजनीतिक और व्यवस्थागत भ्रष्टाचार के खिलाफ है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "अगर खून बहाना हमारे भविष्य के लिए अच्छा है, तो हम इसके लिए तैयार हैं।"

यह आंदोलन नेपाल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो दिखाता है कि युवा पीढ़ी अब चुप नहीं बैठेगी। वे अपने भविष्य के लिए लड़ रहे हैं और एक ऐसे देश का निर्माण करना चाहते हैं जहां योग्यता, ईमानदारी और अवसर को महत्व दिया जाए। यह आंदोलन नेपाल की राजनीतिक संस्कृति में एक स्थायी बदलाव ला सकता है।