एशिया पावर इंडेक्स: भारत बना 'मेजर पावर', 'ऑपरेशन सिंदूर' का कमाल
भारत ने एशिया पावर इंडेक्स 2025 में तीसरा स्थान हासिल कर 'मेजर पावर' (Major Power) का दर्जा प्राप्त कर लिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' में शानदार प्रदर्शन ने भारत की सैन्य रैंकिंग को मजबूत किया है। जानिए भारत ने कैसे जापान और रूस को पछाड़ दिया और चीन-अमेरिका से कितनी दूर है। (India has achieved 'Major Power' status by ranking third in the Asia Power Index 2025. The stellar performance in 'Operation Sindoor' has bolstered India's military rankings. Learn how India surpassed Japan and Russia and how far it is from China and the US.)
नई दिल्ली: वैश्विक पटल पर भारत की बढ़ती साख को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। लोवी इंस्टीट्यूट (Lowy Institute) द्वारा जारी एशिया पावर इंडेक्स 2025 (Asia Power Index 2025) में भारत ने लंबी छलांग लगाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है और खुद को एक 'मेजर पावर' (Major Power) के रूप में स्थापित कर लिया है।
इस उपलब्धि के पीछे भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और हाल ही में लॉन्च किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) की शानदार सफलता को मुख्य कारण माना जा रहा है। इस ऑपरेशन ने भारत की सैन्य क्षमताओं और युद्धक अनुभव को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है।
जापान और रूस को पछाड़ा, लेकिन चीन से अब भी पीछे
ताजा रैंकिंग में भारत ने जापान और रूस जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
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भारत का स्कोर: 40/100 (2024 में 38.1 था)
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जापान: 38.8 (चौथा स्थान)
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रूस: 32.1 (पांचवां स्थान)
हालांकि, 'सुपरपावर' की श्रेणी में अभी भी अमेरिका (80.5 अंक) और चीन (73.7 अंक) का दबदबा कायम है। भारत और चीन के बीच अभी भी एक बड़ा अंतर है, जिसे पाटने के लिए भारत को लंबी दूरी तय करनी है।
'ऑपरेशन सिंदूर' का प्रभाव
मई 2025 में शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' ने भारत की सैन्य क्षमताओं के मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लोवी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है:
"भारत की सैन्य क्षमताओं में सुधार मुख्य रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' में उसके प्रदर्शन से प्रभावित है। इस ऑपरेशन ने भारत के हालिया युद्धक अनुभव (Combat Experience) में इजाफा किया है और दुनिया को उसकी सामरिक शक्ति का लोहा मनवाया है।"
आर्थिक मोर्चे पर भी मजबूती
सिर्फ सैन्य ताकत ही नहीं, बल्कि आर्थिक संबंधों में भी भारत ने प्रगति की है। आवक निवेश (Inward Investment) में वृद्धि के कारण भारत आर्थिक संबंधों के मामले में नौवें स्थान पर पहुंच गया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के बाद भारत वह देश बन गया है जो सबसे ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित कर रहा है, और इस मामले में उसने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।
चुनौतियां अब भी बरकरार
इतनी उपलब्धियों के बावजूद, भारत के लिए रक्षा नेटवर्क (Defence Networks) एक कमजोर कड़ी बना हुआ है। इस श्रेणी में भारत की रैंकिंग गिरकर 11वें स्थान पर आ गई है, जो फिलीपींस और थाईलैंड से भी नीचे है। इसका मतलब है कि भारत को अपने रक्षा गठबंधनों और साझेदारियों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: एशिया पावर इंडेक्स में यह छलांग भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह दर्शाता है कि भारत अब केवल एक 'मध्यम शक्ति' (Middle Power) नहीं रहा, बल्कि एशिया की भू-राजनीति में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह साबित कर दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
नई दिल्ली: वैश्विक पटल पर भारत की बढ़ती साख को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। लोवी इंस्टीट्यूट (Lowy Institute) द्वारा जारी एशिया पावर इंडेक्स 2025 (Asia Power Index 2025) में भारत ने लंबी छलांग लगाते हुए तीसरा स्थान हासिल किया है और खुद को एक 'मेजर पावर' (Major Power) के रूप में स्थापित कर लिया है।
इस उपलब्धि के पीछे भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और हाल ही में लॉन्च किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) की शानदार सफलता को मुख्य कारण माना जा रहा है। इस ऑपरेशन ने भारत की सैन्य क्षमताओं और युद्धक अनुभव को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है।
जापान और रूस को पछाड़ा, लेकिन चीन से अब भी पीछे
ताजा रैंकिंग में भारत ने जापान और रूस जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।
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भारत का स्कोर: 40/100 (2024 में 38.1 था)
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जापान: 38.8 (चौथा स्थान)
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रूस: 32.1 (पांचवां स्थान)
हालांकि, 'सुपरपावर' की श्रेणी में अभी भी अमेरिका (80.5 अंक) और चीन (73.7 अंक) का दबदबा कायम है। भारत और चीन के बीच अभी भी एक बड़ा अंतर है, जिसे पाटने के लिए भारत को लंबी दूरी तय करनी है।
'ऑपरेशन सिंदूर' का प्रभाव
मई 2025 में शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' ने भारत की सैन्य क्षमताओं के मूल्यांकन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लोवी इंस्टीट्यूट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है:
"भारत की सैन्य क्षमताओं में सुधार मुख्य रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' में उसके प्रदर्शन से प्रभावित है। इस ऑपरेशन ने भारत के हालिया युद्धक अनुभव (Combat Experience) में इजाफा किया है और दुनिया को उसकी सामरिक शक्ति का लोहा मनवाया है।"
आर्थिक मोर्चे पर भी मजबूती
सिर्फ सैन्य ताकत ही नहीं, बल्कि आर्थिक संबंधों में भी भारत ने प्रगति की है। आवक निवेश (Inward Investment) में वृद्धि के कारण भारत आर्थिक संबंधों के मामले में नौवें स्थान पर पहुंच गया है। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के बाद भारत वह देश बन गया है जो सबसे ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित कर रहा है, और इस मामले में उसने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है।
चुनौतियां अब भी बरकरार
इतनी उपलब्धियों के बावजूद, भारत के लिए रक्षा नेटवर्क (Defence Networks) एक कमजोर कड़ी बना हुआ है। इस श्रेणी में भारत की रैंकिंग गिरकर 11वें स्थान पर आ गई है, जो फिलीपींस और थाईलैंड से भी नीचे है। इसका मतलब है कि भारत को अपने रक्षा गठबंधनों और साझेदारियों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष: एशिया पावर इंडेक्स में यह छलांग भारत के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह दर्शाता है कि भारत अब केवल एक 'मध्यम शक्ति' (Middle Power) नहीं रहा, बल्कि एशिया की भू-राजनीति में एक प्रमुख खिलाड़ी बन गया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह साबित कर दिया है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।