करिश्मा कपूर और संजय कपूर के बीच 30,000 करोड़ का पारिवारिक विवाद
करिश्मा कपूर और उनके पूर्व पति संजय कपूर के बीच 30,000 करोड़ रुपये के पारिवारिक विवाद में एक नया खुलासा हुआ है। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, संजय कपूर अपनी पूर्व पत्नी और बच्चों को पुर्तगाल की नागरिकता दिलाने में मदद कर रहे थे।
बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर और उनके पूर्व पति संजय कपूर के बीच चल रहे 30,000 करोड़ रुपये के पारिवारिक विवाद में एक चौंकाने वाला नया मोड़ आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हाई-प्रोफाइल कानूनी लड़ाई के बीच, संजय कपूर अपनी पूर्व पत्नी करिश्मा और उनके बच्चों को पुर्तगाल की नागरिकता दिलाने में मदद कर रहे थे। यह नया खुलासा इस जटिल मामले में एक मानवीय और अप्रत्याशित पहलू जोड़ता है, जो तलाक के बाद भी उनके संबंधों की एक अलग तस्वीर पेश करता है।
यह मामला केवल पति-पत्नी के बीच तलाक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कपूर और कपूरथाला राजघराने के बीच एक बड़े पारिवारिक विवाद का हिस्सा है। संजय कपूर के पिता सूरज कपूर के निधन के बाद, उनकी वसीयत को लेकर विवाद खड़ा हो गया था, जिसके चलते परिवार में कानूनी लड़ाई शुरू हो गई थी। इसमें करिश्मा कपूर भी एक पक्ष हैं, क्योंकि उनके बच्चों को भी इस विरासत का हिस्सा माना जा रहा है।
लेकिन इस विवाद के बीच पुर्तगाल की नागरिकता का खुलासा एक बड़ा मोड़ है। यह दर्शाता है कि आपसी मतभेद और कानूनी लड़ाई के बावजूद, संजय अपने बच्चों की भलाई और भविष्य को लेकर चिंतित हैं। पुर्तगाल के 'गोल्डन वीजा' कार्यक्रम के तहत, अगर कोई व्यक्ति पुर्तगाल में निवेश करता है, तो उसे और उसके परिवार को नागरिकता मिलने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। यह संभव है कि संजय कपूर इसी तरह के किसी रास्ते से अपने बच्चों को पुर्तगाली नागरिकता दिलाने की कोशिश कर रहे हों।
रिपोर्ट्स के अनुसार, करिश्मा और संजय के तलाक को अंतिम रूप देने में 10 साल का समय लगा था। इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। लेकिन, इन आरोपों और कड़वाहट के बावजूद, उनके बच्चों समायरा और कियान की भलाई दोनों की प्राथमिकता रही है। यह पुर्तगाली नागरिकता की पेशकश, अगर सही है, तो यह दर्शाता है कि उनके संबंध जितने जटिल दिखते हैं, उससे कहीं ज्यादा हैं।
यह मामला बॉलीवुड की चकाचौंध से परे, पारिवारिक संबंधों की जटिलता और संपत्ति विवादों की गहरी जड़ों को दर्शाता है। जहां एक ओर अदालत में करोड़ों की विरासत के लिए लड़ाई चल रही है, वहीं दूसरी ओर एक पिता अपने बच्चों के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा है।