कर्नाटक का 'बिदादी IT सिटी' सपना: वैश्विक तकनीक दिग्गजों को लुभाने की योजना

कर्नाटक सरकार बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे के किनारे बिदादी में एक नई और आधुनिक आईटी सिटी (IT City) बनाने की योजना पर काम कर रही है। इस परियोजना का लक्ष्य वैश्विक तकनीक दिग्गजों (Global Tech Giants) को आकर्षित करना और बेंगलुरु के बाहर विकास को फैलाना है। (The Karnataka government is working on plans to create a new, modern IT City in Bidadi along the Bengaluru-Mysuru Expressway. The project aims to attract global tech giants and spread development beyond Bengaluru.)

Nov 19, 2025 - 19:43
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कर्नाटक का 'बिदादी IT सिटी' सपना: वैश्विक तकनीक दिग्गजों को लुभाने की योजना
कर्नाटक की नई आईटी सिटी का खाका तैयार: बिदादी के माध्यम से वैश्विक निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य

कर्नाटक राज्य, जो पहले से ही भारत की 'सिलिकॉन वैली' के रूप में जाना जाता है, अब अपने डिजिटल वर्चस्व को विस्तार देने की तैयारी कर रहा है। राज्य सरकार ने बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे के किनारे बिदादी में एक नई और अत्याधुनिक आईटी सिटी (IT City) बनाने की महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल बेंगलुरु शहर पर बढ़ते बोझ को कम करना है, बल्कि वैश्विक तकनीक दिग्गजों को कर्नाटक में बड़े पैमाने पर निवेश के लिए एक नया केंद्र प्रदान करना भी है।

परियोजना की मुख्य रणनीति

बिदादी को एक साधारण तकनीकी केंद्र के रूप में नहीं, बल्कि एक व्यापक एकीकृत टाउनशिप मॉडल (Integrated Township Model) के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस मॉडल में आवास, काम करने की जगह और प्रौद्योगिकी क्षेत्र को एक साथ जोड़ा जाएगा, जिससे एक संतुलित और कुशल शहरी लेआउट सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों को उम्मीद है कि यह नया केंद्र इस क्षेत्र के डिजिटल परिदृश्य को नया आकार देगा।

रणनीतिक स्थान का महत्व

बिदादी की सबसे बड़ी ताकत इसका रणनीतिक स्थान है। यह बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे पर स्थित है, जो इसे एक बड़े प्रौद्योगिकी क्लस्टर के लिए आदर्श बनाता है।

  • उत्कृष्ट कनेक्टिविटी: यह कॉरिडोर मजबूत कनेक्टिविटी प्रदान करता है, जिससे संगठित विकास के लिए पर्याप्त जगह मिलती है।

  • संतुलित शहरी विस्तार: यह स्थान विकास को मुख्य शहर की सीमाओं से परे फैलाने में मदद करेगा, जिससे पूरे क्षेत्र में संतुलित शहरी विस्तार संभव होगा।

वैश्विक निवेशकों की बढ़ती रुचि

राज्य के उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने इस परियोजना पर मजबूत वैश्विक रुचि की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल आगामी तकनीकी परियोजनाओं में निवेश करने के लिए अपनी उत्साह दिखा रहे हैं।

  • निवेशकों का विश्वास: क्षेत्र का विकसित होता डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र वैश्विक ध्यान आकर्षित कर रहा है। सरकार की सहायक नीतियां भागीदारी को लगातार मजबूत कर रही हैं।

  • कला और कार्यबल: यह क्षेत्र प्रशिक्षित पेशेवरों के एक मजबूत आधार से प्रेरित होगा, जिसे आईटी सिटी की प्रगति का मुख्य इंजन माना जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रतिभा पूल केंद्र की सफलता को बढ़ावा देगा।

स्टार्टअप्स और बुनियादी ढांचे पर जोर

नई आईटी सिटी में केवल बड़ी कंपनियों के लिए जगह नहीं होगी, बल्कि यहां स्टार्टअप्स, अनुसंधान विंग और सहयोगी नवाचार इकाइयों के लिए समर्पित स्थान भी होंगे। इस तरह की सुविधाओं का लक्ष्य उद्यमशीलता की गतिविधियों को बढ़ावा देना और इसे एक अग्रणी नवाचार-अनुकूल जिले के रूप में स्थापित करना है। बुनियादी ढांचे के उन्नयन के लिए भी व्यापक योजनाएं हैं, जिनमें उन्नत उपयोगिताओं, चौड़ी आंतरिक सड़कों और बेहतर गतिशीलता प्रणालियों का विकास शामिल है। यह सभी संवर्द्धन शहर के आकर्षण को बढ़ाएंगे और इसे वैश्विक तकनीकी कार्यस्थल के रूप में स्थापित करेंगे।

निष्कर्ष

बिदादी आईटी सिटी परियोजना केवल एक नई व्यावसायिक जगह नहीं है; यह कर्नाटक की अर्थव्यवस्था को फिर से संतुलित करने और बेंगलुरु पर दबाव कम करने की दिशा में एक रणनीतिक दूरदर्शिता है। अगर यह योजना सफल होती है, तो बिदादी जल्द ही भारत के डिजिटल मानचित्र पर एक प्रमुख स्थान के रूप में उभरेगा, जो वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनियों और युवा नवप्रवर्तकों दोनों को आकर्षित करेगा।