संभाजीनगर: दो रसेल वाइपर और एक विशाल अजगर का रेस्क्यू

छत्रपति संभाजीनगर के बाहरी इलाकों से वन्यजीव प्रेमियों ने दो अलग-अलग अभियानों में दो अत्यंत जहरीले रसेल वाइपर (Russell's Viper) और एक विशाल इंडियन रॉक पायथन (अजगर) को रेस्क्यू किया है। जानिए कैसे इन्हें कुएं और फैक्ट्री से सुरक्षित निकालकर जंगल में छोड़ा गया।

Dec 2, 2025 - 20:23
Dec 2, 2025 - 20:28
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संभाजीनगर: दो रसेल वाइपर और एक विशाल अजगर का रेस्क्यू
छत्रपति संभाजीनगर: कुएं से दो जहरीले 'रसेल वाइपर' और फैक्ट्री से विशाल अजगर का रेस्क्यू, वन विभाग की देखरेख में जंगल में छोड़ा

छत्रपति संभाजीनगर: वन्यजीव और इंसानों के बीच अक्सर होने वाले टकराव को टालने की दिशा में छत्रपति संभाजीनगर (Chhatrapati Sambhajinagar) के सर्प मित्रों और वन्यजीव प्रेमियों ने सराहनीय कार्य किया है। शहर के बाहरी इलाकों में दो अलग-अलग घटनाओं में, एक तरफ जहां दो अत्यंत जहरीले रसेल वाइपर (Russell's Viper) सांपों को मौत के मुंह से बचाया गया, वहीं दूसरी ओर एक औद्योगिक क्षेत्र से विशालकाय इंडियन रॉक पायथन (Indian Rock Python) को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।

कुएं में गिरे दो रसेल वाइपर का रेस्क्यू

पहली घटना सुखना बांध (Sukhana Dam) के पास स्थित एक खेत की है। खेत के मालिक अशोक चव्हाण ने देखा कि उनके बिना मुंडेर वाले (unfenced) कुएं में दो सांप गिर गए हैं। उन्होंने तुरंत मानद वन्यजीव वार्डन और सर्प मित्र किशोर पाठक से संपर्क किया।

रविवार को किशोर पाठक मौके पर पहुंचे और देखा कि कुएं के अंदर दो पूर्ण विकसित (full-grown) रसेल वाइपर फंसे हुए हैं। रसेल वाइपर भारत के चार सबसे जहरीले सांपों (Big Four) में से एक है और इसका दंश जानलेवा हो सकता है।

पाठक ने बताया, "कुएं में पानी और गहराई होने के कारण रेस्क्यू मुश्किल था। हमने एक कामचलाऊ व्यवस्था (makeshift arrangement) का उपयोग करके दोनों सांपों को सुरक्षित बाहर निकाला और बाद में उन्हें उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया।"

फैक्ट्री में निकला विशाल अजगर

दूसरी घटना शेंद्रा एमआईडीसी (Shendra MIDC) क्षेत्र की एक औद्योगिक इकाई की है। शुक्रवार को वहां एक विशाल इंडियन रॉक पायथन (अजगर) देखा गया, जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।

सर्प रक्षक शरद दाभाड़े अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अजगर इतना बड़ा और भारी था कि उसे काबू में करने के लिए लगभग आधा दर्जन लोगों की टीम को मशक्कत करनी पड़ी।

दाभाड़े ने बताया, "यह एक बहुत बड़ा अजगर था। हमने वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में उसे सुरक्षित रेस्क्यू किया और बाद में जंगल में छोड़ दिया।"

क्यों खास हैं ये सांप?

  • रसेल वाइपर: यह सांप खुले घास के मैदानों और खेतों में रहना पसंद करता है। यह बहुत आक्रामक होता है और इसका जहर हेमोटॉक्सिक (Haemotoxic) होता है, जो खून को जमा देता है।

  • इंडियन रॉक पायथन: यह एक गैर-जहरीला सांप है, लेकिन अपनी ताकत और आकार के लिए जाना जाता है। इसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत सर्वोच्च स्तर का संरक्षण प्राप्त है और इसे मारना या नुकसान पहुंचाना एक गंभीर अपराध है।

जागरूकता की जरूरत

इन घटनाओं से यह साफ है कि शहरीकरण और औद्योगिक विस्तार के कारण वन्यजीवों का आवास सिकुड़ रहा है, जिससे वे अक्सर इंसानी बस्तियों में आ जाते हैं। सर्प मित्रों की त्वरित कार्रवाई ने न केवल इन बेजुबान जीवों की जान बचाई, बल्कि संभावित दुर्घटनाओं को भी टाला।

नागरिकों से अपील है कि यदि उन्हें अपने आसपास कोई सांप या जंगली जानवर दिखाई दे, तो उसे मारने के बजाय तुरंत सर्प मित्रों या वन विभाग को सूचित करें।