जालना में OBC कार्यकर्ता की गाड़ी में आग, मराठा आरक्षण पर विवाद गहराया

जालना में ओबीसी (OBC) कार्यकर्ता नवनाथ वाघमारे की एसयूवी में आग लगा दी गई है। इस घटना ने मराठा आरक्षण और ओबीसी कोटा पर चल रहे विवाद को और बढ़ा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश में जुटी है।

Sep 23, 2025 - 20:54
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महाराष्ट्र के जालना जिले में, मराठा आरक्षण और ओबीसी कोटा को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर हिंसक हो गया है। रविवार देर रात, ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) कार्यकर्ता नवनाथ वाघमारे की एसयूवी (SUV) में अज्ञात हमलावरों ने आग लगा दी। इस घटना ने राज्य में आरक्षण के मुद्दे पर चल रहे तनाव को और बढ़ा दिया है।

यह घटना जालना शहर के नीलम नगर क्षेत्र में रात 10:30 से 11:00 बजे के बीच हुई। यह पूरी घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति को एक ज्वलनशील पदार्थ से भरा कंटेनर लेकर वाघमारे की गाड़ी के चारों ओर घूमते हुए और फिर उसमें आग लगाते हुए देखा गया है। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन वाहन का एक हिस्सा पूरी तरह से जलकर राख हो गया और गाड़ी को भी काफी नुकसान हुआ। नवनाथ वाघमारे, जो ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके के करीबी सहयोगी हैं, ने इस घटना के लिए मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे के समर्थकों को जिम्मेदार ठहराया है। वाघमारे, मराठा समुदाय को ओबीसी कोटे में शामिल करने के कड़े विरोधी रहे हैं, और उनका मानना है कि यह हमला इसी विरोध का नतीजा है।

इस घटना के बाद, कादिम जालना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है। जालना एसडीपीओ अनंत कुलकर्णी के नेतृत्व में पुलिस की टीमें जांच कर रही हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जालना के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त गश्त भी लगाई है।

यह घटना महाराष्ट्र में एक गंभीर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे को उजागर करती है। मराठा समुदाय, जो लंबे समय से आरक्षण की मांग कर रहा है, और ओबीसी समुदाय, जो अपने कोटे के संरक्षण के लिए लड़ रहा है, दोनों के बीच तनाव बढ़ रहा है। इस तरह की हिंसक घटनाएं दोनों समुदायों के बीच की खाई को और गहरा कर सकती हैं। यह देखना बाकी है कि पुलिस इस मामले को कैसे सुलझाती है और क्या इस घटना के बाद आरक्षण के मुद्दे पर कोई नया राजनीतिक रुख सामने आता है।