फर्जी IAS अधिकारी को शिवसेना (UBT) सांसद से मिली ₹1.5 लाख की मदद, पुलिस जांच में खुलासा
छत्रपति संभाजीनगर पुलिस ने फर्जी IAS अधिकारी मामले में एक बड़ा खुलासा किया है। जांच में पाया गया है कि आरोपी महिला, कल्पना त्र्यंबकराव भागवत के खाते में हिंगोली से शिवसेना (UBT) के सांसद नागेश आष्टीकर के खाते से ₹1.45 लाख ट्रांसफर किए गए थे। सांसद ने इसे मदद बताया है। जानिए पूरा मामला।
छत्रपति संभाजीनगर: शहर के एक प्रतिष्ठित होटल में छह महीने तक फर्जी आईएएस अधिकारी (Fake IAS Officer) बनकर रहने वाली महिला के मामले में पुलिस ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच के दौरान आरोपी महिला, कल्पना त्र्यंबकराव भागवत, के बैंक खाते की जांच करने पर पता चला कि उसे शिवसेना (UBT) के हिंगोली से मौजूदा सांसद नागेश आष्टीकर (Nagesh Ashtikar) के खाते से ₹1.45 लाख ट्रांसफर किए गए थे।
इस खुलासे ने मामले को एक नया राजनीतिक रंग दे दिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या यह लेनदेन वास्तव में मदद के लिए था या इसके पीछे कोई और कहानी है।
मनी ट्रेल का खुलासा
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी कल्पना भागवत के खाते में कुल ₹32.7 लाख जमा हुए थे। इसमें से एक बड़ा हिस्सा सांसद आष्टीकर के खाते से आया था। पुलिस ने उन सभी व्यक्तियों और संस्थाओं को नोटिस जारी किया है जिन्होंने आरोपी के खाते में पैसा जमा किया था, और उन्हें अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम हर लेनदेन की बारीकी से जांच कर रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि यह पैसा स्वेच्छा से दी गई मदद थी या किसी धोखाधड़ी का हिस्सा।"
सांसद आष्टीकर की सफाई
संपर्क करने पर सांसद नागेश आष्टीकर ने पैसे ट्रांसफर करने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि आरोपी महिला ने पार्टी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उनसे संपर्क किया था।
आष्टीकर ने कहा, "उस महिला ने शुरुआत में मंदिर निर्माण के लिए चंदा मांगा था। बाद में उसने दावा किया कि उसका एक्सीडेंट हो गया है और उसे इलाज के लिए मदद की जरूरत है। एक सांसद होने के नाते, लोग मदद की उम्मीद लेकर आते हैं और हम जो कर सकते हैं, करते हैं। मुझे उसकी फर्जी पहचान या आपराधिक गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।"
उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुलिस उन्हें बुलाती है, तो वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
फर्जीवाड़े का बड़ा नेटवर्क
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी महिला ने धार्मिक परोपकार, मेडिकल इमरजेंसी और सरकारी काम करवाने के नाम पर महाराष्ट्र के कई जिलों से पैसा इकट्ठा किया था।
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विदेशी लिंक: जांच में कल्पना भागवत के विदेशी नागरिकों के साथ संबंध भी सामने आए हैं। उसका अफगान बॉयफ्रेंड, मोहम्मद अशरफ खिल, जिसे हाल ही में दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था, और डिंपी हरजाई उर्फ अभिषेक चौधरी, जो खुद को केंद्रीय गृह मंत्री का ओएसडी (OSD) बताता था, दोनों पुलिस हिरासत में हैं।
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एआई का दुरुपयोग: जांचकर्ताओं को एआई-जनरेटेड (AI-generated) तस्वीरें भी मिली हैं, जिनमें आरोपी महिला प्रमुख राजनीतिक नेताओं के साथ आईएएस अधिकारी की वर्दी में नजर आ रही है। इन तस्वीरों का इस्तेमाल वह लोगों को प्रभावित करने और ठगने के लिए करती थी।
निष्कर्ष
यह मामला अब केवल एक महिला की धोखाधड़ी तक सीमित नहीं रहा है, बल्कि इसमें राजनीतिक और संभवतः अंतरराष्ट्रीय लिंक भी जुड़ते नजर आ रहे हैं। पुलिस अब हर पहलू की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस बड़े फर्जीवाड़े की पूरी सच्चाई सामने आ सके।