भारी बारिश से लातूर और नांदेड में स्कूल-कॉलेज बंद, जनजीवन प्रभावित

मराठवाड़ा में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण लातूर और नांदेड जिले में स्कूलों और जूनियर कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। यह लेख बाढ़ जैसी स्थिति, सड़क कनेक्टिविटी के नुकसान और नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों पर आधारित है।

Aug 29, 2025 - 19:55
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भारी बारिश से लातूर और नांदेड में स्कूल-कॉलेज बंद, जनजीवन प्रभावित
मराठवाड़ा में मूसलाधार बारिश का कहर: लातूर और नांदेड में स्कूल-कॉलेज बंद, 2500 से अधिक लोगों को निकाला गया

मराठवाड़ा क्षेत्र में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, लातूर और नांदेड के जिला प्रशासन ने शुक्रवार को सभी स्कूलों और जूनियर कॉलेजों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह फैसला मुख्य रूप से छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि भारी बारिश के कारण सड़कें और पुल जलमग्न हो गए हैं, जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है।

लातूर की जिला कलेक्टर वर्षा ठाकुर-घुगे ने बताया कि जिले में लगभग 49 सड़कें जलस्तर बढ़ने के कारण बंद हो गई हैं। नदियों और नालों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने अगले 24 घंटों में और अधिक बारिश की संभावना को देखते हुए यह कदम उठाया है, ताकि बच्चों को किसी भी तरह की परेशानी या खतरे का सामना न करना पड़े।

नांदेड जिला प्रशासन ने भी इसी तरह के सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए स्कूलों और जूनियर कॉलेजों को बंद रखने की घोषणा की है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक सड़कें सुरक्षित नहीं हो जातीं, तब तक छात्रों के लिए स्कूल पहुंचना सुरक्षित नहीं होगा।

बारिश का प्रकोप सिर्फ लातूर और नांदेड तक सीमित नहीं है। पिछले 24 घंटों में मराठवाड़ा के 48 राजस्व सर्कलों में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है। इस अत्यधिक वर्षा के कारण, निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे कई गांवों और बस्तियों का संपर्क टूट गया है।

बढ़ती जलस्तर को देखते हुए, प्रशासन ने बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्य शुरू किए हैं। लातूर और नांदेड जिलों में 2500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इन लोगों को अस्थायी शिविरों में रखा गया है और उन्हें भोजन और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। जिला प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और बिना किसी आवश्यक कारण के घर से बाहर न निकलने की अपील की है।

मौसम विभाग ने भी मराठवाड़ा के कई हिस्सों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जो आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की संभावना का संकेत देता है। ऐसी स्थिति में, प्रशासन और नागरिक दोनों को मिलकर काम करने की जरूरत है ताकि इस प्राकृतिक आपदा से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।