मराठवाड़ा में स्थानीय निकाय चुनाव टले: अब 20 दिसंबर को होगा मतदान

राज्य चुनाव आयोग (SEC) ने मराठवाड़ा के कई हिस्सों में 2 दिसंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों को स्थगित कर दिया है। नांदेड़, हिंगोली, परभणी और बीड के कई नगर परिषदों और वार्डों में अब 20 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे। जानिए चुनाव टलने की मुख्य वजह और प्रभावित क्षेत्रों की पूरी सूची।

Dec 1, 2025 - 19:35
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मराठवाड़ा में स्थानीय निकाय चुनाव टले: अब 20 दिसंबर को होगा मतदान
मराठवाड़ा में स्थानीय निकाय चुनाव स्थगित: 2 दिसंबर को नहीं होगा मतदान, चुनाव आयोग ने जारी की नई तारीख

छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थानीय स्वशासन निकायों (Local Civic Bodies) के चुनावों को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission - SEC) के निर्देशों के अनुसार, मराठवाड़ा के कई हिस्सों में 2 दिसंबर को होने वाले मतदान को स्थगित कर दिया गया है। अब इन क्षेत्रों में 20 दिसंबर 2025 को मतदान कराया जाएगा।

यह निर्णय चुनाव प्रक्रिया में हुई कुछ प्रक्रियात्मक त्रुटियों और चुनाव चिन्हों के आवंटन में हुई अनियमितताओं के कारण लिया गया है।

किन जिलों और क्षेत्रों पर पड़ा असर?

चुनाव आयोग के इस फैसले का असर मराठवाड़ा के चार प्रमुख जिलों—नांदेड़, हिंगोली, परभणी और बीड—पर पड़ा है। प्रभावित क्षेत्रों की सूची इस प्रकार है:

  1. नांदेड़ (Nanded):

    • मुखेड (Mukhed) और धर्माबाद (Dharmabad) नगर परिषदों के लिए चुनाव पूरी तरह से स्थगित कर दिए गए हैं।

    • इसके अलावा, भोकर (Bhokar), लोहा (Loha) और कुंडलवाड़ी (Kundalwadi) नगर परिषदों के एक-एक वार्ड का चुनाव भी टाल दिया गया है।

  2. हिंगोली (Hingoli):

    • वसमत (Vasmat) नगर परिषद का चुनाव 20 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

    • हिंगोली नगर परिषद के दो वार्डों के लिए भी चुनाव का नया कार्यक्रम जारी किया जाएगा।

  3. परभणी (Parbhani):

    • पूर्णा (Purna) नगर परिषद के दो वार्डों और जिंतूर (Jintur) नगर परिषद के एक वार्ड में मतदान अब 20 दिसंबर को होगा।

  4. बीड (Beed):

    • अंबाजोगाई (Ambajogai) और परली (Parli) नगर परिषदों के चार-चार वार्डों में चुनाव टाल दिए गए हैं।

    • बीड और किल्ले धारुर (Kille Dharur) स्थानीय निकायों के एक-एक वार्ड का चुनाव भी स्थगित हुआ है।

चुनाव टलने की असली वजह क्या है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य चुनाव आयोग ने पाया कि कुछ रिटर्निंग अधिकारियों (RO) ने चुनाव नियमों का उल्लंघन किया था। नामांकन पत्रों की जांच (scrutiny) के खिलाफ जिला अदालतों में अपीलें लंबित थीं या उन पर फैसला देरी से आया था। नियमों के अनुसार, अपील का फैसला आने के बाद उम्मीदवारों को नाम वापस लेने के लिए अनिवार्य रूप से 3 दिन का समय मिलना चाहिए।

हालांकि, कई जगहों पर अधिकारियों ने अदालती फैसले का इंतजार किए बिना या नाम वापसी का समय दिए बिना ही उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह (Election Symbols) आवंटित कर दिए। आयोग ने इसे चुनाव प्रक्रिया की अखंडता के साथ समझौता माना और 26 नवंबर के बाद किए गए ऐसे सभी प्रतीक आवंटनों को "अवैध" घोषित कर दिया। इसी कारणवश इन सीटों पर चुनाव प्रक्रिया को रोककर नई तारीख घोषित करनी पड़ी।

राजनीतिक हलचल और रैलियां

चुनाव स्थगित होने की खबर ऐसे समय में आई है जब राजनीतिक सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मराठवाड़ा में बड़ी रैलियां करने वाले थे। यह चुनाव महायुति (Mahayuti) और महा विकास अघाड़ी (MVA) दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है।

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिन वार्डों या परिषदों का उल्लेख स्थगन आदेश में नहीं है, वहां चुनाव अपने तय समय (2 दिसंबर) पर ही होंगे। नई तारीख 20 दिसंबर तय की गई है, और संशोधित चुनाव अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी।