संभाजीनगर अंडरपास पर हादसा: बाइक फिसलने से वरिष्ठ नागरिक की मौत
छत्रपति संभाजीनगर में एक नए रेलवे अंडरपास पर बाइक फिसलने से एक 65 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक की मौत हो गई। अंडरपास के खराब डिजाइन, जलभराव और खराब रोशनी को इस दुर्घटना का कारण बताया जा रहा है, जिससे नागरिकों में गुस्सा है।
छत्रपति संभाजीनगर में नवनिर्मित रेलवे अंडरपास की खराब गुणवत्ता एक बार फिर चर्चा में है। शुक्रवार को हुई एक दुखद घटना में, एक 65 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक की मौत हो गई जब उनकी बाइक अंडरपास में भरे बारिश के पानी में फिसल गई। यह घटना एक बार फिर से इस अंडरपास के दोषपूर्ण डिजाइन और प्रशासन की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
मृतक की पहचान अंकुश शंखपाल के रूप में हुई है। यह हादसा तब हुआ जब वे अपनी बाइक से अंडरपास पार कर रहे थे। बारिश के कारण अंडरपास में पानी भर गया था और उनकी बाइक अचानक फिसल गई, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां अगले दिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
इस घटना ने स्थानीय निवासियों में भारी गुस्सा पैदा कर दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने पहले भी प्रशासन को इस अंडरपास की खराब हालत के बारे में चेतावनी दी थी, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अंडरपास के डिजाइन में कई खामियां हैं, जिनमें खराब जल निकासी प्रणाली, अपर्याप्त रोशनी, और पैदल चलने वालों के लिए जगह की कमी शामिल है। नागरिकों ने इस मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और स्थानीय विधायकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या (culpable homicide) का मामला दर्ज करने की मांग की है। उनका आरोप है कि अधिकारियों की लापरवाही और घटिया काम ही इस दुर्घटना का मुख्य कारण है।
यह पहला मौका नहीं है जब इस अंडरपास को लेकर शिकायतें आई हैं। कुछ हफ़्ते पहले, शिवसेना (यूबीटी) ने भी इसी मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने अंडरपास को "आठवां अजूबा" करार दिया था। यह विरोध प्रदर्शन भी जलभराव और अंडरपास की खराब हालत को लेकर था।
यह दुर्घटना एक चेतावनी है कि बुनियादी ढांचे के विकास में गुणवत्ता और सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। जब तक इन खामियों को ठीक नहीं किया जाता, तब तक यह अंडरपास नागरिकों के लिए एक बड़ा खतरा बना रहेगा।