संभाजीनगर में नायलॉन मांझे का कहर: व्यवसायी के गले में आए 13 टांके
ग्रामीण संभाजीनगर में पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल होने वाले नायलॉन मांझे से एक युवा व्यवसायी का गला कट गया, जिससे उन्हें 13 टांके लगाने पड़े। इस घटना ने एक बार फिर प्रतिबंधित मांझे के खतरे को उजागर कर दिया है। (A young businessman's throat was slit by nylon kite string in rural Sambhajinagar, requiring 13 stitches. This incident has once again highlighted the dangers of the banned manja.)
संभाजीनगर: नायलॉन मांझे से व्यवसायी का गला कटा, 13 टांके आए, प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
छत्रपति संभाजीनगर जिले के वैजापुर तालुका में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां नायलॉन मांझे (Nylon Manja) की चपेट में आने से एक युवा व्यवसायी बुरी तरह घायल हो गया। यह घटना रविवार शाम को वैजीनाथ महादेव मंदिर के पास हुई, जब विशाल बोथरा नाम का यह व्यवसायी अपनी दोपहिया वाहन से जा रहा था। अचानक पतंग का एक नायलॉन मांझा उनके गले में फंस गया, जिससे गहरा घाव हो गया।
विशाल को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी जान बचाने के लिए 13 टांके लगाए। घाव की गंभीरता को देखते हुए, परिवार ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए नासिक स्थानांतरित कर दिया है। पुलिस के अनुसार, अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है क्योंकि पीड़ित को शहर से बाहर ले जाया गया है।
यह पहली घटना नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही, 13 नवंबर को जिन्सी इलाके में शोएब कादरी नामक एक व्यक्ति का गला भी नायलॉन मांझे से कट गया था, जिसे 19 टांके आए थे।
दिवाली के बाद मराठवाड़ा क्षेत्र में पतंगबाजी का सीजन शुरू हो जाता है, और इसके साथ ही नायलॉन मांझे का अवैध व्यापार भी बढ़ जाता है। हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच ने दिसंबर 2020 में ही इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रतिबंध और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन धरातल पर इसका असर कम ही दिखाई दे रहा है।
नायलॉन मांझा, जो सिंथेटिक सामग्री और कांच के पाउडर से बना होता है, न केवल इंसानों के लिए बल्कि पक्षियों और पर्यावरण के लिए भी बेहद खतरनाक है। यह आसानी से टूटता नहीं है और त्वचा को गहरे तक काट सकता है।
स्थानीय नागरिक और सामाजिक कार्यकर्ता अब थोक और खुदरा विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जो अवैध रूप से नायलॉन मांझा बेच रहे हैं। प्रशासन से अपील की जा रही है कि वे दुकानों पर औचक निरीक्षण करें और इस जानलेवा धागे की बिक्री पर पूर्ण रोक लगाएं।