पीएम मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना: 'ऑपरेशन सिंदूर', बालाकोट, अभिनंदन पर सवाल उठाना पुरानी आदत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर 'नकारात्मक दृष्टिकोण' रखने और 'ऑपरेशन सिंदूर', बालाकोट एयरस्ट्राइक, और विंग कमांडर अभिनंदन जैसे सैन्य अभियानों पर सवाल उठाने की 'पुरानी आदत' को लेकर तीखा हमला बोला। (PM Narendra Modi slammed Congress for its 'negative approach' and 'old habit' of questioning military operations like 'Operation Sindoor', Balakot airstrike, and the Abhinandan episode.)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसद में कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पर सशस्त्र बलों के अभियानों पर सवाल उठाने और सेना के प्रति 'नकारात्मक दृष्टिकोण' रखने की 'पुरानी आदत' का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ चलाए गए महत्वपूर्ण अभियानों का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस ने इन अभियानों की प्रामाणिकता पर हमेशा संदेह व्यक्त किया है, जिससे देश की सुरक्षा पर सवाल उठते हैं।
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश 'ऑपरेशन सिंदूर' और बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसे सफल सैन्य अभियानों की चर्चा कर रहा है। पीएम मोदी ने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे हमेशा विरोध करने के बहाने ढूंढते हैं, भले ही बात राष्ट्रीय सुरक्षा या सेना के पराक्रम की ही क्यों न हो।
सशस्त्र बलों पर संदेह की 'पुरानी आदत': पीएम मोदी के आरोप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस की 'सेना के प्रति नकारात्मकता' को एक पुरानी आदत बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल हाल की घटनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि कांग्रेस के इतिहास में भी देखा गया है। उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान और आज भी करगिल विजय को स्वीकार न करने, करगिल विजय दिवस न मनाने और करगिल के गौरव को सम्मान न देने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए कुछ प्रमुख घटनाओं का उल्लेख किया:
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2017 की सर्जिकल स्ट्राइक (PoJK में आतंकी ठिकानों पर): प्रधानमंत्री मोदी ने याद दिलाया कि 2017 में उरी आतंकी हमले के बाद जब भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, तब कांग्रेस ने इसका 'सबूत' मांगा था। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ने जनता का मूड पढ़ा, तो उन्होंने अपनी बात बदल ली और दावा करने लगे कि उनकी सरकारों ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की थी। पीएम ने इसे कांग्रेस की 'दोहरी नीति' बताया।
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2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक (पुलवामा हमले के बाद): प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद की गई बालाकोट एयरस्ट्राइक के 'फोटोग्राफिक सबूत' मांगने का भी आरोप लगाया। बालाकोट एयरस्ट्राइक को पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एक सफल जवाबी हमला माना जाता है, जिसने भारत की क्षमता को दर्शाया था। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने इस पर सवाल उठाए थे और 'अंतर्राष्ट्रीय मीडिया' का हवाला देते हुए आतंकी हताहतों पर संदेह व्यक्त किया था, जिससे भाजपा ने उन्हें 'पाकिस्तान समर्थक' तक करार दिया था।
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विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान प्रकरण (2019): प्रधानमंत्री ने वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान की पाकिस्तान द्वारा गिरफ्तारी और उनकी वापसी के प्रकरण का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, "जब पायलट अभिनंदन पकड़े गए, तो पाकिस्तान में जश्न होना स्वाभाविक था। लेकिन यहां भी कुछ लोग दबे पांव फुसफुसा रहे थे - 'अब मोदी फंस गया, अब देखते हैं मोदी क्या करता है'।" पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि अभिनंदन "खुले तौर पर, गर्व से और पूरे सम्मान के साथ वापस लौटे।" उन्होंने कांग्रेस के इस रवैये को सेना के मनोबल को तोड़ने वाला बताया।
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ऑपरेशन सिंदूर और बीएसएफ जवान की वापसी (2025): पीएम मोदी ने हाल ही में हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "पहलगाम हमले के बाद, जब हमारा एक बीएसएफ जवान पाकिस्तान के कब्जे में चला गया, तो उन्हें [कांग्रेस को] लगा - अब मोदी फंस जाएगा। अब मोदी निश्चित रूप से अपमानित होगा। और उनके इकोसिस्टम ने सोशल मीडिया पर तरह-तरह के नैरेटिव फैलाए।" पीएम मोदी ने गर्व से बताया कि वह बीएसएफ जवान भी "सम्मान, गर्व और गरिमा के साथ लौटा।" उन्होंने कांग्रेस के 'बयान बहादुरों' पर कटाक्ष किया और कहा कि "उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के समय एक नया हथकंडा अपनाया - 'आपने क्यों रोका?' ... वाह रे बयान बहादुरों! आपको विरोध करने के लिए कोई न कोई बहाना चाहिए। तो, मुझ पर ही नहीं, पूरा देश आप पर हंस रहा है।"
'ऑपरेशन सिंदूर': एक त्वरित जवाबी कार्रवाई
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बार-बार जिक्र किया गया 'ऑपरेशन सिंदूर' भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ की गई एक हालिया और महत्वपूर्ण जवाबी कार्रवाई थी।
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पृष्ठभूमि: यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में धार्मिक पहचान पूछकर लोगों की हत्या की गई थी, जिसे पीएम मोदी ने 'क्रूरता की पराकाष्ठा' बताया।
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ऑपरेशन का विवरण: भारतीय वायुसेना ने 6-7 मई 2025 की दरमियानी रात को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह ऑपरेशन केवल 22-23 मिनट में पूरा हो गया था। पीएम मोदी ने कहा, "हमारी सेनाओं ने 22 अप्रैल का बदला 22 मिनट में लिया।"
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लक्षित ठिकाने: इस ऑपरेशन में मुरीदके, बहावलपुर, लाहौर, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे इलाकों में स्थित आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया, जो भारत से 100 किलोमीटर तक अंदर थे। भारतीय सेना ने राफेल, Su-30 और सुदर्शन क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया।
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उद्देश्य: भारत ने स्पष्ट किया कि ये हमले केवल आतंकी ठिकानों पर केंद्रित थे और किसी भी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने साबित कर दिया है कि वह पाकिस्तान की परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे नहीं झुकेगा और "उनके हवाई अड्डे अभी भी ICU में हैं।"
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नामकरण: इस ऑपरेशन का नाम 'सिंदूर' स्वयं प्रधानमंत्री मोदी ने दिया था, जो पहलगाम हमले में विधवा हुई महिलाओं के 'सिंदूर' से प्रेरणा लेता है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर 16 घंटे की विशेष चर्चा शुरू की थी, जिससे इस अभियान का महत्व और भी रेखांकित हुआ।
सेना का सम्मान और राजनीतिक एकरूपता का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने सशस्त्र बलों को 'खुली छूट' दी है ताकि वे आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दे सकें। उन्होंने भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की भी प्रशंसा की, जिसने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को "तिनके की तरह" मार गिराया।
प्रधानमंत्री के इन बयानों का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीतिक एकरूपता के महत्व पर जोर देना था। उनका तर्क है कि सेना के अभियानों पर सवाल उठाने से न केवल सैनिकों का मनोबल गिरता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की स्थिति भी कमजोर होती है। जबकि दुनिया भर के देशों ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया, प्रधानमंत्री ने अफसोस जताया कि उनके अपने देश में कुछ दल सेना के पराक्रम का समर्थन करने में विफल रहे हैं।