अडानी पावर भारत की शीर्ष निजी थर्मल कंपनी, मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी पावर भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर कंपनी बन गई है। मॉर्गन स्टेनली ने कंपनी को 'ओवरवेट' रेटिंग दी है, और अनुमान लगाया है कि 2033 तक कंपनी का मुनाफा तीन गुना बढ़ जाएगा।
भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव सामने आया है। एक प्रतिष्ठित वैश्विक वित्तीय फर्म, मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी पावर लिमिटेड (APL) भारत की सबसे बड़ी निजी कोयला-आधारित ऊर्जा उत्पादक कंपनी बन गई है। इस रिपोर्ट में कंपनी को 'ओवरवेट' की रेटिंग दी गई है, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि अडानी पावर की क्षमता और मुनाफे में आने वाले वर्षों में भारी वृद्धि होगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी की क्षमता 2.5 गुना और इसका मुनाफा (EBITDA) 2033 तक तीन गुना बढ़ जाएगा। यह अनुमान कंपनी के मजबूत विकास पथ और रणनीतिक निर्णयों पर आधारित है। अडानी पावर की कुल क्षमता अब 18,150 मेगावाट हो गई है, जो इसे भारत के निजी थर्मल क्षेत्र में सबसे बड़ा खिलाड़ी बनाती है। मॉर्गन स्टेनली ने इस उपलब्धि का श्रेय कंपनी द्वारा सफलतापूर्वक किए गए तनावग्रस्त संपत्तियों के अधिग्रहण को दिया है। कंपनी ने अब तक 4,370 मेगावाट की ऐसी संपत्तियों को पुनर्जीवित किया है, जिससे इसकी कुल क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अडानी पावर ने अपनी नियामक संबंधी अधिकांश समस्याओं को हल कर लिया है, जिससे कंपनी के लिए भविष्य में विकास की राह आसान हो गई है। मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया है कि वित्त वर्ष 2032 तक भारत की कुल कोयला क्षमता और उत्पादन में अडानी पावर की हिस्सेदारी मौजूदा 8% से बढ़कर 15% हो जाएगी।
यह रिपोर्ट भारत की ऊर्जा मांग में हो रही वृद्धि और निजी क्षेत्र की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाती है। जैसे-जैसे देश की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, बिजली की मांग भी बढ़ रही है, और अडानी पावर जैसी कंपनियां इस मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।