सोना-चांदी की कीमतों में तूफानी तेजी: 3 दिसंबर 2025 को बनाया नया रिकॉर्ड
आज (3 दिसंबर 2025) सोने और चांदी की कीमतों में भारी उछाल आया है। एमसीएक्स पर सोना 1.30 लाख रुपये के पार और चांदी 1.84 लाख रुपये के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। जानिए विशेषज्ञों की राय और इस तेजी के पीछे के मुख्य कारण।
नई दिल्ली: भारतीय सर्राफा बाजार और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर आज, 3 दिसंबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। वैश्विक संकेतों और घरेलू बाजार में रुपये की कमजोरी के चलते कीमती धातुओं ने नया इतिहास रच दिया है। विशेष रूप से चांदी की चमक ने निवेशकों को हैरान कर दिया है, जो अपने अब तक के उच्चतम स्तर (All-Time High) पर कारोबार कर रही है।
यदि आप आज सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं या कमोडिटी बाजार में निवेश करते हैं, तो आज का बाजार विश्लेषण आपके लिए महत्वपूर्ण है।
आज का बाजार भाव (MCX और स्पॉट मार्केट)
बुधवार को एमसीएक्स पर ट्रेडिंग की शुरुआत ही मजबूती के साथ हुई।
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सोना (Gold): एमसीएक्स पर फरवरी 2026 का सोना वायदा अनुबंध (Gold Futures) 0.78% की तेजी के साथ ₹1,30,766 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले यह ₹1,29,759 पर बंद हुआ था।
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चांदी (Silver): चांदी ने आज सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। एमसीएक्स पर मार्च 2026 का चांदी वायदा अनुबंध 1.72% की भारी बढ़त के साथ ₹1,84,727 प्रति किलोग्राम के नए ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। रिटेल बाजार में (विशेषकर चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में) चांदी की कीमतें ₹1.91 लाख से ₹2.01 लाख प्रति किलोग्राम तक बताई जा रही हैं।
तेजी के 3 मुख्य कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, इस तूफानी तेजी के पीछे तीन प्रमुख वैश्विक और घरेलू कारक जिम्मेदार हैं:
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अमेरिकी फेडरल रिजर्व से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद: अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस बात की प्रबल संभावना (लगभग 90%) जताई जा रही है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व 10 दिसंबर को होने वाली अपनी बैठक में ब्याज दरों में कटौती करेगा। जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने-चांदी जैसी गैर-उपज वाली संपत्तियों (Non-yielding assets) का आकर्षण बढ़ जाता है। कमजोर अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग डेटा ने इस उम्मीद को और हवा दी है।
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रुपये में ऐतिहासिक गिरावट: भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है। आज रुपया पहली बार 90 प्रति डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। चूंकि भारत अपनी सोने-चांदी की खपत का बड़ा हिस्सा आयात करता है, इसलिए रुपये के कमजोर होने से घरेलू बाजार में कीमतें महंगी हो जाती हैं।
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सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की मांग: वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता के बीच, केंद्रीय बैंक और निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक, केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी लगातार मजबूत बनी हुई है।
विशेषज्ञों की राय और आउटलुक
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि सोने और चांदी में यह तेजी अभी थमने वाली नहीं है, हालांकि बीच-बीच में मुनाफावसूली (Profit Booking) के कारण थोड़ी गिरावट आ सकती है।
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मनीष शर्मा (आनंद राठी शेयर्स): उनका कहना है कि दिसंबर महीने में सोने का रुझान सकारात्मक (Positive Bias) रहने की उम्मीद है। हालांकि, 10 दिसंबर को फेड की बैठक से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि गिरावट पर खरीदारी (Buy on Dips) की रणनीति अपनाएं।
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जिगर त्रिवेदी (रिलायंस सिक्योरिटीज): उन्होंने बताया कि कॉमेक्स (Comex) पर सोना $4,220 प्रति औंस के करीब पहुंच गया है, जो छह सप्ताह के उच्च स्तर के पास है। यह मौद्रिक नीति में ढील की उम्मीदों का सीधा असर है।
तकनीकी दृष्टिकोण (Technical Outlook):
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सोना: जानकारों के मुताबिक, एमसीएक्स सोने के लिए ₹1,29,000 का स्तर एक मजबूत सपोर्ट (सहारा) है। यदि कीमतें इसके ऊपर बनी रहती हैं, तो अगला लक्ष्य ₹1,31,000 से ₹1,32,000 का हो सकता है।
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चांदी: चांदी तकनीकी रूप से बेहद मजबूत दिखाई दे रही है। औद्योगिक मांग और आपूर्ति की कमी के कारण इसमें और उछाल की संभावना है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि 2026 की शुरुआत तक चांदी घरेलू बाजार में ₹2 लाख प्रति किलोग्राम के स्तर को छू सकती है।
प्रमुख शहरों में आज का भाव (अनुमानित)
देश के अलग-अलग शहरों में टैक्स और अन्य खर्चों के कारण सोने-चांदी के भाव में थोड़ा अंतर होता है। आज के अनुमानित रेट्स इस प्रकार हैं:
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दिल्ली: 24 कैरेट सोना ~₹1,30,200/10 ग्राम
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मुंबई: 24 कैरेट सोना ~₹1,30,470/10 ग्राम
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चेन्नई: 24 कैरेट सोना ~₹1,31,570/10 ग्राम (यहाँ भाव अक्सर अधिक रहते हैं)
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कोलकाता: 24 कैरेट सोना ~₹1,30,300/10 ग्राम