ChatGPT समय नहीं बता सकता: जानिए ऐसा क्यों है और यह क्या जवाब देता है
क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे स्मार्ट AI, ChatGPT, एक साधारण सा काम नहीं कर सकता? जी हाँ, वह आपको अभी का समय (Current Time) नहीं बता सकता। जानिए इसके पीछे की तकनीकी वजह, यह क्या जवाब देता है, और क्यों Google Gemini और Microsoft Copilot इस मामले में उससे आगे हैं। (Did you know that the world's smartest AI, ChatGPT, cannot do a simple task? Yes, it cannot tell you the current time. Find out the technical reason behind this, what it responds, and why Google Gemini and Microsoft Copilot are ahead in this regard.)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में ChatGPT ने क्रांति ला दी है। यह आपके लिए कविताएं लिख सकता है, जटिल कोडिंग कर सकता है, और यहां तक कि दार्शनिक सवालों के जवाब भी दे सकता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि यह 'सुपर-स्मार्ट' बॉट एक बेहद बुनियादी सवाल पर फेल हो जाता है? अगर आप इससे पूछें, "अभी समय क्या हुआ है?" (What is the time right now?), तो यह आपको सही जवाब नहीं दे पाएगा।
यह सुनने में अजीब लग सकता है कि जो तकनीक इंसानों की तरह सोच-समझ सकती है, वह घड़ी देखने जैसा आसान काम नहीं कर सकती। आइए, इसके पीछे की वजह और तकनीकी सीमाओं को विस्तार से समझते हैं।
ChatGPT क्या जवाब देता है?
जब आप ChatGPT से समय पूछते हैं, तो यह किसी घड़ी की तरह तुरंत समय बताने के बजाय एक रटा-रटाया जवाब देता है। इसका जवाब कुछ इस तरह होता है:
"मैं समझता हूं कि आप क्या पूछ रहे हैं, लेकिन मेरे पास रीयल-टाइम घड़ी (Real-time clock) तक पहुंच नहीं है, इसलिए मैं आपके डिवाइस या किसी अन्य जगह का वर्तमान समय नहीं देख सकता। अभी का सटीक समय जानने के लिए, कृपया अपने फोन, लैपटॉप या जिस डिवाइस का आप उपयोग कर रहे हैं, उसकी घड़ी देखें। वह आपको तुरंत सही समय दिखाएगी।"
संक्षेप में, यह अपनी असमर्थता जताते हुए आपको खुद घड़ी देखने की सलाह दे देता है। यह समस्या केवल ChatGPT तक सीमित नहीं है; Anthropic का Claude भी इसी तरह का जवाब देता है और समय बताने में असमर्थ है।
इसके पीछे का विज्ञान: LLM समय क्यों नहीं जानते?
ChatGPT और अन्य बड़े भाषा मॉडल (Large Language Models - LLMs) एक अलग तरह की दुनिया में काम करते हैं। इनके समय न बता पाने के पीछे कुछ मुख्य तकनीकी कारण हैं:
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स्टैटिक ट्रेनिंग डेटा (Static Training Data): ChatGPT जैसे मॉडल्स को एक निश्चित समय तक के डेटा पर ट्रेन किया जाता है। उनके पास कोई 'लाइव' चेतना या इंटरनेट से निरंतर जुड़ाव (मूल वर्जन में) नहीं होता जो उन्हें हर सेकंड अपडेट रखे। उनके लिए 'समय' एक स्थिर अवधारणा है, न कि एक बदलती हुई वास्तविकता।
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रीयल-टाइम घड़ी का अभाव: आपके कंप्यूटर या स्मार्टफोन में एक इंटरनल क्लॉक (System Clock) होती है जो लगातार चलती रहती है। लेकिन AI मॉडल्स के आर्किटेक्चर में ऐसी कोई घड़ी नहीं होती। वे शब्दों और भाषा के पैटर्न को समझते हैं, न कि समय के बीतने को।
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'कास्टअवे' सिंड्रोम (The Castaway Analogy): AI रोबोटिक्स विशेषज्ञ यर्वंत कुलबाशियन (Yervant Kulbashian) ने इसे बहुत ही दिलचस्प तरीके से समझाया है। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसे व्यक्ति जैसा है जो समुद्र के बीच एक द्वीप पर फंसा हुआ है। उसके पास किताबों का एक विशाल पुस्तकालय है (ट्रेनिंग डेटा), लेकिन उसके पास हाथ में घड़ी नहीं है।" वह किताबों से पढ़कर सब कुछ बता सकता है, लेकिन यह नहीं बता सकता कि सूरज कब डूबेगा या अभी क्या बजा है।
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कंटेक्स्ट विंडो की समस्या (Context Window Issue): यदि डेवलपर्स AI को हर सेकंड समय का अपडेट देते रहें, तो इससे मॉडल की 'कंटेक्स्ट विंडो' (वह मेमोरी जिसमें वह बातचीत का संदर्भ याद रखता है) भर जाएगी। इसे "क्लॉक क्लटर" (Clock Clutter) कहा जाता है। यह मॉडल को धीमा कर सकता है और उसे मुख्य काम से भटका सकता है।
Google Gemini और Microsoft Copilot क्यों हैं आगे?
जहां ChatGPT इस मामले में पीछे है, वहीं इसके प्रतिद्वंद्वी Google Gemini, Microsoft Copilot, और एलोन मस्क का Grok बाजी मार ले जाते हैं।
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Gemini और Copilot: ये बॉट्स वेब सर्च और सिस्टम टूल्स से जुड़े होते हैं। जब आप इनसे समय पूछते हैं, तो ये तुरंत इंटरनेट या आपके डिवाइस के सिस्टम से डेटा खींचकर सटीक समय और टाइम ज़ोन बता देते हैं।
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एकीकरण (Integration): ये मॉडल्स केवल भाषा मॉडल नहीं हैं, बल्कि ये सर्च इंजन और लाइव डेटा के साथ गहराई से एकीकृत हैं।
क्या ChatGPT कभी समय बता पाएगा?
हालांकि इसका मूल मॉडल समय नहीं बता सकता, लेकिन ChatGPT Plus या वे वर्जन्स जिनमें Web Browsing या Search फीचर इनेबल होता है, वे इंटरनेट से सर्च करके आपको समय बता सकते हैं। लेकिन यह एक 'जुगाड़' है, न कि मॉडल की अपनी क्षमता।
इसके अलावा, कई बार उपयोगकर्ता रिपोर्ट करते हैं कि ChatGPT 'हैलुसिनेट' (Hallucinate) करता है, यानी वह गलत समय बता देता है। कभी-कभी वह किसी और देश का समय बता देता है या कोई रैंडम समय बताकर कॉन्फिडेंस के साथ उसे सही होने का दावा करता है।
निष्कर्ष: बुद्धिमत्ता बनाम जागरूकता
ChatGPT की यह सीमा हमें यह याद दिलाती है कि 'बुद्धिमत्ता' (Intelligence) और 'जागरूकता' (Awareness) में अंतर है। ChatGPT के पास दुनिया भर का ज्ञान है (बुद्धिमत्ता), लेकिन उसे यह नहीं पता कि वह कब और कहाँ मौजूद है (जागरूकता)।
तो अगली बार जब आपको समय जानना हो, तो अपने 'स्मार्ट' एआई दोस्त पर भरोसा करने के बजाय अपनी कलाई पर बंधी पुरानी घड़ी या दीवार घड़ी पर ही नज़र डालें। कभी-कभी पुरानी तकनीक ही सबसे भरोसेमंद होती है!