पीएम मोदी का 'Gen Z' को सलाम: इंजीनियर्स, कोडर्स और वैज्ञानिकों को बताया 'विकसित भारत' की नींव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की युवा पीढ़ी (Gen Z) की जमकर तारीफ की है। एक वीडियो संदेश में उन्होंने इंजीनियर्स, गेमर्स, डिजाइनर्स और वैज्ञानिकों को देश का भविष्य बताते हुए कहा कि उनकी इनोवेशन और रिस्क लेने की क्षमता ही भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। जानिए पीएम मोदी ने युवाओं के लिए क्या खास संदेश दिया और कैसे यह पीढ़ी 'विकसित भारत 2047' के सपने को साकार कर रही है।
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने एक बार फिर देश की युवा शक्ति, विशेषकर 'जेन जी' (Gen Z - 1990 के दशक के मध्य से 2010 के दशक की शुरुआत में पैदा हुई पीढ़ी) पर अपना अटूट भरोसा जताया है। हाल ही में सामने आए एक वीडियो और संबोधन में, पीएम मोदी ने भारत के उभरते हुए इंजीनियर्स, डिजाइनर्स, कोडर्स और वैज्ञानिकों को एक विशेष 'शआउटआउट' (Shoutout) दिया है। उनका यह संदेश केवल तारीफ नहीं, बल्कि इस बात का प्रमाण है कि भारत का नेतृत्व अपनी युवा पीढ़ी की क्षमताओं और उनके द्वारा लाए जा रहे क्रांतिकारी बदलावों को कितनी गंभीरता से लेता है।
यह वीडियो और संदेश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पीएम मोदी युवाओं की ऊर्जा, उनकी रचनात्मकता और जोखिम लेने की क्षमता (Risk-taking ability) की सराहना करते नजर आ रहे हैं।
कौन हैं ये 'Gen Z' और क्यों हैं ये खास?
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में जिन युवाओं का जिक्र किया, वे केवल उम्र से युवा नहीं हैं, बल्कि सोच से आधुनिक हैं। यह वह पीढ़ी है जो इंटरनेट के युग में बड़ी हुई है। इनके लिए कोडिंग (Coding) एक भाषा है, इनोवेशन (Innovation) एक आदत है और समस्याएं केवल समाधान खोजने के अवसर हैं।
पीएम मोदी ने विशेष रूप से चार वर्गों का उल्लेख किया:
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इंजीनियर्स (Engineers): जो भारत के बुनियादी ढांचे और तकनीकी विकास को आकार दे रहे हैं।
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डिजाइनर्स (Designers): जो अपनी रचनात्मकता से 'मेक इन इंडिया' उत्पादों को विश्वस्तरीय बना रहे हैं।
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कोडर्स (Coders): जो डिजिटल इंडिया की रीढ़ हैं और भारत को दुनिया का 'AI हब' बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
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वैज्ञानिक (Scientists): जो चंद्रयान और गगनयान जैसे मिशनों के जरिए अंतरिक्ष में भारत का परचम लहरा रहे हैं।
पीएम मोदी का संदेश: "यही समय है, सही समय है"
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि आज की युवा पीढ़ी पुरानी बेड़ियों को तोड़कर नई लकीरें खींचने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा, "आज का युवा यह नहीं पूछता कि 'क्यों?', वह पूछता है 'क्यों नहीं?' (Why not?)"। यह मानसिकता ही भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि चाहे वह फिनटेक (Fintech) हो, स्पेस सेक्टर हो, या फिर क्लीन एनर्जी, हर क्षेत्र में भारतीय युवाओं का डंका बज रहा है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि उनके सपने ही 'विकसित भारत 2047' की नींव हैं।
नवाचार और स्टार्टअप्स की दुनिया
पीएम मोदी का यह 'शआउटआउट' ऐसे समय में आया है जब भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है। यूनिकॉर्न (Unicorns) की बढ़ती संख्या के पीछे इसी Gen Z और मिलेनियल्स (Millennials) की मेहनत है।
पीएम ने कोडिंग और डिजाइनिंग के क्षेत्र में भारतीय युवाओं के दबदबे को रेखांकित किया। उन्होंने माना कि आज दुनिया की बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों (जैसे Google, Microsoft, Adobe) के बैकएंड से लेकर फ्रंटएंड तक, भारतीय कोडर्स और इंजीनियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अब केवल 'सॉल्यूशन प्रोवाइडर' न बनें, बल्कि 'क्रिएटर' बनें।
गेमिंग और कंटेंट क्रिएटर्स को भी मिली पहचान
दिलचस्प बात यह है कि पीएम मोदी ने अपनी हालिया बातचीत में गेमर्स और कंटेंट क्रिएटर्स (Content Creators) को भी मुख्यधारा का हिस्सा माना है। कुछ समय पहले ही उन्होंने देश के शीर्ष गेमर्स से मुलाकात की थी। उनका यह रुख दर्शाता है कि सरकार पारंपरिक करियर विकल्पों से परे, नए जमाने के प्रोफेशन को भी सम्मान और प्रोत्साहन दे रही है। उनका मानना है कि 'डिजाइन' और 'गेमिंग' के क्षेत्र में भारत की सांस्कृतिक विरासत को पिरोकर दुनिया के सामने पेश किया जा सकता है।
चुनौतियां और समाधान: युवाओं के हाथ में कमान
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में यह भी संकेत दिया कि जलवायु परिवर्तन (Climate Change), साइबर सुरक्षा (Cyber Security) और स्वास्थ्य (Healthcare) जैसी वैश्विक चुनौतियों का समाधान इसी पीढ़ी के पास है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण और तकनीकी कौशल का सही मिश्रण ही इन समस्याओं को सुलझा सकता है।
उन्होंने कहा, "आपकी उंगलियों पर दुनिया है, और आपके दिमाग में अनंत संभावनाएं। आप अपनी कोडिंग से गवर्नेंस को आसान बना सकते हैं और अपनी इंजीनियरिंग से जीवन को सुगम।"
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
पीएम मोदी के इस वीडियो के बाद सोशल मीडिया पर #GenZ और #PMModi ट्रेंड कर रहा है। युवाओं ने प्रधानमंत्री द्वारा उनकी पहचान और उनके काम को सराहे जाने पर खुशी जाहिर की है। कई युवा उद्यमियों ने लिखा कि जब देश का प्रधान ही उन पर इतना भरोसा जता रहा हो, तो जोखिम लेने का डर खत्म हो जाता है।
निष्कर्ष: विकसित भारत का रोडमैप
प्रधानमंत्री का यह संदेश स्पष्ट है—भारत की प्रगति का रास्ता युवाओं की प्रयोगशालाओं, लैपटॉप स्क्रीन और स्टार्टअप हब से होकर गुजरता है। इंजीनियर्स, डिजाइनर्स, कोडर्स और वैज्ञानिक केवल पेशे नहीं हैं, बल्कि ये राष्ट्र निर्माण के चार स्तंभ हैं।
पीएम मोदी का यह 'शआउटआउट' इस बात का आह्वान है कि Gen Z को अब ड्राइविंग सीट पर बैठना है। सरकार नीतियां बना सकती है, संसाधन दे सकती है, लेकिन बदलाव की असली आंधी युवाओं के नवाचार से ही आएगी। जैसा कि पीएम अक्सर कहते हैं— "यही समय है, सही समय है, भारत का अनमोल समय है।"