नांदेड: पिता की हत्या का 16 साल बाद बदला, बेटे ने की आरोपी की हत्या
नांदेड में 16 साल पुराने हत्याकांड का बदला लिया गया। 2009 में मारोति कदम की हत्या के आरोपी उत्तम इंगोले को कोर्ट ने बरी कर दिया था। अब मारोति के बेटे दत्ता कदम ने कथित तौर पर उत्तम की हत्या कर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश जारी है। (Revenge for a 16-year-old murder case has been taken in Nanded. Uttam Ingole, accused in the 2009 murder of Maroti Kadam, was acquitted by the court. Now, Maroti's son, Datta Kadam, has allegedly murdered Uttam. Police have registered a case and are searching for the accused.)
महाराष्ट्र के नांदेड जिले से एक ऐसी दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। यह कहानी है बदले की उस आग की, जो एक बेटे के दिल में 16 सालों तक सुलगती रही। 16 साल पहले जिसके पिता की हत्या हुई थी, उस बेटे ने अब कथित तौर पर अपने पिता के हत्या के आरोपी को मौत के घाट उतार दिया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस शख्स की हत्या की गई, उसे अदालत ने 16 साल पहले हुए हत्याकांड से बरी कर दिया था।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, यह खूनी खेल सोमवार की दोपहर को नांदेड जिले के उस्माननगर इलाके में हुआ। 50 वर्षीय उत्तम इंगोले पर 3 से 4 लोगों के एक समूह ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया। हमलावरों ने तलवारों और दरांती से उत्तम इंगोले पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्रारंभिक जांच में जो खुलासा हुआ है, उसने इस हत्या की साजिश को 16 साल पुराने एक मामले से जोड़ दिया है। पुलिस ने बताया कि इस हमले का मुख्य आरोपी 30 वर्षीय दत्ता कदम है। दत्ता कदम ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया।
16 साल पहले की वो वारदात
इस हत्याकांड की जड़ें साल 2009 से जुड़ी हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, साल 2009 में दत्ता कदम के पिता मारोति कदम की हत्या कर दी गई थी। उस हत्याकांड में उत्तम इंगोले (जो अब खुद मारा गया है) को मुख्य आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने उत्तम के खिलाफ मामला दर्ज किया, जांच की और उसे गिरफ्तार भी किया।
मामला अदालत तक पहुंचा, लेकिन अभियोजन पक्ष उत्तम इंगोले के खिलाफ आरोपों को सिद्ध नहीं कर सका। सबूतों के अभाव या गवाहों के मुकर जाने के कारण, अदालत ने उत्तम इंगोले को मारोति कदम की हत्या के आरोप से बरी (Acquitted) कर दिया था।
दिल में सुलगती बदले की आग
भले ही उत्तम इंगोले को अदालत ने बरी कर दिया था, लेकिन दत्ता कदम के दिल में यह बात घर कर गई थी कि उत्तम ही उसके पिता का कातिल है और उसे न्याय नहीं मिला। अपने पिता की हत्या के समय दत्ता की उम्र कम रही होगी, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, उसके दिल में बदले की आग भी बढ़ती गई।
ऐसा प्रतीत होता है कि दत्ता ने 16 साल तक सही मौके का इंतजार किया। वह लगातार उत्तम इंगोले की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था। सोमवार को जैसे ही उसे मौका मिला, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उत्तम इंगोले पर हमला कर दिया और अपने पिता की मौत का बदला ले लिया।
कानूनी व्यवस्था पर सवाल?
यह घटना समाज में "कानून को अपने हाथ में लेने" की खतरनाक प्रवृत्ति को उजागर करती है। यह उन मामलों में अधिक देखा जाता है, जहां पीड़ित पक्ष को लगता है कि उन्हें न्यायिक प्रणाली से न्याय नहीं मिला है। 16 साल पहले उत्तम इंगोले का बरी होना दत्ता कदम के लिए न्याय की विफलता थी, जिसने उसे खुद "न्याय" करने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि, बदला लेने की इस कार्रवाई ने दत्ता कदम को अब कानून की नजर में एक हत्यारा बना दिया है। एक अपराध ने 16 साल बाद दूसरे अपराध को जन्म दिया, जिससे हिंसा का एक दुष्चक्र शुरू हो गया है।
पुलिस की कार्रवाई
हत्या की सूचना मिलते ही नांदेड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और इलाके में तनाव को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी है।
पुलिस ने मुख्य आरोपी दत्ता कदम और उसके तीन अज्ञात साथियों के खिलाफ हत्या (IPC 302) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं और पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया है और विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है।